विशाल झा/ गाजियाबाद: गाजियाबाद के राजनगर स्थित इस्कॉन मंदिर में गोवर्धन पूजा महोत्सव हर वर्ष की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया गया. गोवर्धन पूजा के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने के लिए इस्कॉन मंदिर पहुंचे थे. शाम के समय आरती का नजारा बेहद ही खूबसूरत था. इसके साथ ही मंदिर में श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर झूमते हुए नजर आए.
इस्कॉन मंदिर के उपाध्यक्ष धनंजय जगन्नाथ दास ने कहा कि मंदिर में भव्य रूप से गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया है. अनुकूट से बने गोवर्धन के दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. हलवा, मिठाई, सब्जी, चावल आदि से गोवर्धन बनाया गया. आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ा गोवर्धन पूजा का आयोजन राजनगर स्थित इस्कॉन में किया जाता है. कार्यक्रम का आयोजन सुबह सोमवार सुबह 8:00 बजे से शुरू हुआ था हलवा, मिठाई, सब्जी, चावल आदि से गोवर्धन बनाया गया.
लोगों ने की सुख-शांति की कामनाधनंजय जगन्नाथ दास के मुताबिक कल देर रात बड़ी संख्या में भक्ति इस्कॉन मंदिर पहुंचे और अन्नकूट से बने गोवर्धन की परिक्रमा की. श्रद्धालुओं का मानना है कि इस्कॉन मंदिर में बने गोवर्धन की परिक्रमा करने से गिरिराज को परिक्रमा का फल मिलता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान यहां साक्षात रूप में पधारते हैं. मान्यता है कि इस दिन जो भी श्रद्धापूर्वक भगवान गोवर्धन की पूजा करता है, उसे सुख समृद्धि प्राप्त होती है.
खास है इस त्यौहार की महत्तामान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा उंगली पर उठाकर भगवान इंद्र के प्रकोप से हजारों बृजवासियों व अन्य जीव जंतुओं को बचाया था. इसलिए गोवर्धन पर्वत को भगवान के समान माना जाता है और उनकी पूजा की जाती है. कई राज्यों में इस दिन को अन्नकूट भी कहा जाता है. जिसमें भगवान को 56 प्रकार के भोग लगाए जाते हैं. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की भी पूजा की जाती है. मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है.
.Tags: Ghaziabad News, Local18, Religion 18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : November 14, 2023, 21:39 IST
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