रिपोर्ट- रजत भट्ट
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (NIELIT) को हाल ही में डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त हुआ है. यह मान्यता भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा UGC एक्ट के सेक्शन 3 के तहत दी गई है जो संस्थान की शिक्षा और शोध क्षमताओं को नया आयाम प्रदान करेगी.
उन्नत कोर्स और छात्रों को लाभNIELIT गोरखपुर अब देशभर के 11 प्रमुख संस्थानों के साथ जुड़कर उच्च तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में काम करेगा. सत्र 2024-25 से यहां M.Tech, B.Tech, मशीन लर्निंग और विभिन्न डिप्लोमा कोर्स जैसे अत्याधुनिक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे. इससे छात्रों को रोजगार के नए अवसरों की प्राप्ति होगी और वे आधुनिक तकनीकों में पारंगत बन सकेंगे.
निदेशक का विज़नसंस्थान के निदेशक डॉ. धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने को संस्थान के लिए मील का पत्थर बताया. उनके अनुसार, इस मान्यता के बाद संस्थान उद्योग की बदलती ज़रूरतों के अनुसार नए कोर्स तैयार करेगा. इससे न केवल छात्रों की शैक्षिक योग्यता बेहतर होगी बल्कि उन्हें व्यावहारिक अनुभव भी मिलेगा जिससे उनका समग्र विकास होगा.
डीम्ड यूनिवर्सिटीडीम्ड यूनिवर्सिटी एक स्वायत्त संस्था होती है जिसे अपने पाठ्यक्रम, फीस संरचना और प्रवेश प्रक्रिया को निर्धारित करने की स्वतंत्रता प्राप्त होती है. यह संस्थान छात्रों को नवीनतम तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ रोजगार में उनकी दक्षता भी बढ़ाने का काम करता है.
NIELIT का गौरवशाली सफरNIELIT गोरखपुर की स्थापना 1989 में ‘सेंटर फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी ऑफ इंडिया’ (CEDTI) के रूप में हुई थी और 2016 में इसका नाम बदलकर NIELIT कर दिया गया. वर्तमान में यहां 80 से अधिक कोर्स संचालित होते हैं जो डीम्ड यूनिवर्सिटी बनने के बाद 100 से अधिक हो जाएंगे.
स्टूडेंट्स के लिए स्वर्णिम अवसरयह बदलाव NIELIT गोरखपुर को केवल एक शैक्षिक संस्थान नहीं बल्कि एक प्रमुख तकनीकी केंद्र के रूप में स्थापित करेगा. यहां से पास आउट होने वाले छात्र भारत के डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया अभियानों में अपनी अहम भूमिका निभा सकेंगे.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 20:32 IST