गोरखपुर में मटकू टेलर्स का हर कोई दीवाना, कुर्ते-पजामे सिलवाने में लगता है महीनों का समय

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गोरखपुर में मटकू टेलर्स का हर कोई दीवाना, कुर्ते-पजामे सिलवाने में लगता है महीनों का समय



रजत भट्ट/गोरखपुर. गोरखपुर मे एक ऐसा टेलर है जिनका हर कोई दीवाना है. जी हां गोरखपुर के मटकू टेलर्स इतने फेमस हैं की इनके यहां लोगों की लाइन लगी रहती है. कई बार तो लोगों को उनके कपड़े सिलवाने के लिए महीनों तक यहां छोड़ना पड़ता है. लोग तो लोग सांसद, विधायक तक कुर्ते पजामे और जैकेट इन्हीं मटकू टेलर्स के पास सिलाते हैं. लोग पीढ़ी दर पीढ़ी इनके ग्राहक बने हुए हैं.गोरखपुर में मटकू टेलर्स कुर्ते पजामे सिलने के लिए जाने जाते हैं. दुकान पर बैठने वाले रशीद अहमद ने बताया कि उनके पिता जी ने इसकी शुरुआत 1944 में की थी. पिताजी का ही नाम मटकू था जिनके नाम पर इस दुकान का नाम पड़ा. पिता जी के समय मे बहुत कम पैसो मे सिलाई होती थी. आज पिताजी के इस बिजनेस को रशीद अहमद और उनका लड़का आगे बढ़ा रहे है. आज कुर्ते 700 रुपये में, जैकेट 1800 रुपये और पैन्ट 600 रुपये में सिलाते है. रशीद गोरखपुर में बैठ के इसको चलाते हैं तो लड़का लखनऊ में इसकी शुरुआत किया है. एक बार जो भी यहां के कुर्ते पजामे और जैकेट पहन लिया वह दोबारा जरूर आते है.मटकू के हैंड वर्क कुर्ते हैं मशहूरगोरखपुर में मटकू टेलर्स के पास कोई कपड़े सिलवाता है तो कोई कुर्ते. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चे इनके हैंड वर्क कुर्तों की होती है. आसपास चार-पांच जिलों के विधायक, सांसद के लिए कुर्ते-पजामे, जैकेट मटकू टेलर्स के यहां तैयार होते हैं. रशीद बताते हैं कि जबसे पॉलिटिक्स में मोदी जी आए हैं तब से लड़के खास करके जैकेट्स बहुत सिलवाते हैं. पिछले कुछ समय से हमारे यहां जैकेट की मांग भी बढ़ी है. लेकिन आज भी हम अपने कस्टमर को पिता जी के जैसा जैकेट और कुर्ता पजामा पहनाते हैं. भीड़ ज्यादा होने की वजह से कभी-कभी कस्टमर को लंबा इंतजार करना पड़ता है..FIRST PUBLISHED : June 10, 2023, 16:50 IST



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