रजत भट्ट/गोरखपुर: गोरखपुर में इन दिनों महंगाई अपने चरम पर है. खाने-पीने से लेकर हर सामान महंगा हो चुका है. अब तो महंगाई लोगों के किचन तक पहुंच गई है. अब तक लोगों को टमाटर और अदरक के दाम परेशान कर रहे थे. मार्केट में टमाटर 200 रूपए के पार जा चुका है तो अदरक के भी दाम 350 रूपए पहुंच गए. इन सबके बीच दाल और जीरे के दाम भी लोगों को अब सताने लगे हैं. दाल बनाने के बाद तड़का लगाने के लिए लोगों को सोचना पड़ रहा है. अरहर के दाल और जीरा के भाव टमाटर और अदरक के दाम से कम नहीं हैं.
गोरखपुर में महंगाई अब लोगों के किचन में भी असर दिखा रही हैं. लोगों को घर में तड़का लगाने के लिए जीरा की आवश्यकता होती है, लेकिन अब उस जीरे को खरीदने के लिए मिडिल क्लास के लोगों को सोचना पड़ रहा है. गोरखपुर मे जीरा के व्यापारी निकुंज टेकडीवाल बताते है कि- जीरे का दाम 600 रूपए से 700 रूपए तक बढ़ने में सबसे बड़ा कारण बेमौसम बारिश का है. मौसम के कारण जीरों के पैदावार मे करीब 50 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं विदेशों में भी मौसम के मार की वजह से ही जीरों के बिजनेस में काफी नुकसान हुआ है. यही कारण है कि जीरा महंगा हो गया है.
गुजरात और राजस्थान में होती है ज्यादा पैदावारजीरे के दाम बढ़ने में सबसे बड़ा कारण मौसम है. मार्केट में लोग टमाटर और अदरक खरीदने से बच रहे हैं. लेकिन जीरे के दाम ने भी लोगों को चिंता में डाल दिया है. गोरखपुर साहबगंज के जीरा व्यापारी कृष्ण कुमार अग्रवाल ने बताया कि- देश में 90 प्रतिशत जीरों का पैदावार अकेले दो राज्य करते हैं गुजरात और राजस्थान. लेकिन इन दो राज्यों में भी मौसम की मार से पैदावार में कमी आई है. इसी कारण जीरो का दाम बढ़ रहा है. आने वाले समय में इसके पैदावार पर ही इसका दाम तय होगा. वही 1 साल के अंदर जीरों के दाम में 3 गुना से अधिक उछाल आया है.
.Tags: Gorakhpur news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 04, 2023, 22:24 IST
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