Indian Football Team, Sunil Chhetri: भारत के रिकॉर्ड गोल स्कोरर और पूर्व फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने रिटायरमेंट से वापस लौटने का फैसला किया है. उन्होंने पिछले साल जून में संन्यास लिया था. वह 9 महीने बाद ही वापसी के लिए तैयार हैं. सुनील छेत्री इस महीने के अंत में मालदीव और बांग्लादेश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मैच में टीम इँडिया के लिए खेलेंगे. वह टीम की कप्तानी भी करेंगे.
छेत्री के नाम 94 गोल
40 वर्षीय छेत्री ने पिछले साल जून में फीफा विश्व कप 2026 क्वालीफायर में कुवैत के साथ गोल रहित ड्रॉ के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास की घोषणा की थी. वह क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेसी और अली डेई के बाद पुरुष फुटबॉल में चौथे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने अब तक 94 गोल किए हैं.
ये भी पढ़ें: 5 ऑलटाइम बेस्ट बल्लेबाज…डिविलियर्स ने चुने दिग्गजों के नाम, लिस्ट देख चौंक जाएंगे आप
आईएसएल में धमाल मचा रहे छेत्री
संन्यास के बाद सुनील छेत्री नेभारत के शीर्ष डिवीजन इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में बेंगलुरु एफसी के लिए खेलना जारी रखा था. इस सीजन में 12 गोल करके वह इसके सबसे ज्यादा गोल करने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं. उन्होंने बेंगलुरु एफसी के लिए 23 मैच खेले हैं, जिसमें से 17 में उन्होंने शुरुआत की और 14 गोल किए. उनके नाम दो असिस्ट भी हैं.
— Indian Football Team (@IndianFootball) March 6, 2025
19 मार्च को मालदीव से मैच
भारत को क्वालीफाइंग ग्रुप में बांग्लादेश, हांगकांग और सिंगापुर के साथ रखा गया है. वह इस महीने के अंत में शिलांग के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 19 मार्च को मालदीव के खिलाफ एक दोस्ताना मैच के साथ अपने अभियान की शुरुआत करेगा. उसके बाद 2027 एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में बांग्लादेश का सामना करेगा.
— Indian Football Team (@IndianFootball) March 6, 2025
ये भी पढ़ें: भारत या न्यूजीलैंड…चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में किसे सपोर्ट करेंगे डेविड मिलर? आईसीसी पर निकाला अपना गुस्सा
टीम इंडिया कोच ने क्या कहा?
भारत के मुख्य कोच मनोलो मार्केज ने कहा, ”एशियाई कप के लिए क्वालीफिकेशन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. टूर्नामेंट और आगे के मैचों के महत्व को देखते हुए मैंने सुनील छेत्री से राष्ट्रीय टीम को मजबूत करने के लिए वापसी करने के बारे में चर्चा की. वह सहमत हो गए और इसलिए हमने उन्हें टीम में शामिल किया है.” एशियाई कप के पिछले संस्करण में भारत का अभियान बहुत ही निराशाजनक रहा था. टीम इंडिया ग्रुप राउंड में तीनों मैच हारकर बाहर हो गई थी.