IPL Auction 2025: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले रिटेंशन नियमों को फाइनल कर दिया गया है. ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने 10 टीमों को इस बारे में सूचना दे दी है. सभी फ्रेंचाइजियों को 5 रिटेंशन के साथ-साथ एक राइट टू मैच कार्ड का विकल्प दिया गया. मेगा ऑक्शन से पहले रिटेंशन नियमों के इस ऑप्शन को मंजूर किया जा सकता है. मेगा ऑक्शन इस साल नवंबर में आयोजित हो सकता है. लंदन या दुबई में इसे कराए जाने की बात चल रही है.
तो अगले साल खेलेंगे धोनी?
आईपीएल ने चेन्नई सुपरकिंग्स और महान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के फैंस को खुशखबरी दी है. आईपीएल ने 5 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेलने वाले खिलाड़ियों को अनकैप्ड प्लेयर की लिस्ट में रखने का फैसला किया है. ऐसे में धोनी इस बार अनकैप्ड प्लेयर के रूप में टीम के साथ बने रहेंगे. फ्रेंचाइजी उन्हें कम पैसों में रिटेन कर सकती है. इस नियम को 2021 में समाप्त कर दिया गया था. अगर इस नियम पर मुहर लगती है धोनी को अगले साल फैंस खेलते हुए देख सकते हैं.
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इस बार बढ़ेगा फ्रेंचाइजियों का पर्स
यह अभी तक पुष्टि नहीं की जा सकती कि कितने भारतीय खिलाड़ी रिटेन किए गए खिलाड़ियों के सेट का हिस्सा हो सकते हैं या विदेशी खिलाड़ियों पर कोई कैप होगा या नहीं. रिटेंशन स्लैब के बारे में भी जानकारी साफ नहीं है. कुल पर्स की भी पुष्टि नहीं की जा सकी, लेकिन यह समझा जाता है कि यह 115-120 करोड़ रुपये के आसपास रहेगा. यदि आईपीएल काउंसिल इस 5 + 1 मॉडल को मंजूरी देती है, तो यह टूर्नामेंट के इतिहास में रिटेंशन की सबसे अधिक संख्या होगी.
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2022 में बढ़ा था पैसा
आरटीएम के जरिए फ्रेंचाइजी को ऑक्शन के दौरान किसी अन्य फ्रेंचाइजी द्वारा खिलाड़ी के लिए लगाई गई हाईएस्ट बोली से मेल खाकर खिलाड़ी को वापस खरीदने का पावर देता है. 2022 मेगा ऑक्शन से पहले इसे हटा दिया गया था. तब आठ टीमों को अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दी गई थी, जबकि गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जाएंट्स, दो नई फ्रेंचाइजी को नीलामी से पहले खिलाड़ी पूल से तीन खिलाड़ियों का चयन करने का विकल्प दिया गया था. 2022 नीलामी के लिए पर्स 90 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था, जो 2017 की तुलना में 10 करोड़ रुपये अधिक था.
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काव्या मारन ने उठाए थे सवाल
आईपीएल ने रिटेंशन के नियमों को जारी करने में काफी देरी की है. अब तक आधिकारिक रूप से नियम जारी नहीं हुए हैं. इसे 31 जुलाई को मुंबई में हुई बैठक में ही तय हो जाना था, लेकिन यह अब तक नहीं हो पाया है. संयोग से, आरटीएम कार्ड जुलाई की बैठक में चर्चा किए गए प्रमुख बिंदुओं में से एक था. यह समझा जाता है कि कम से कम तीन फ्रेंचाइजी आठ तक आरटीएम रखने के पक्ष में थीं, लेकिन कई अन्य फ्रेंचाइजी ने इस विचार का विरोध किया. उनमें से एक सनराइजर्स हैदराबाद थी, जिसकी मालिक कव्या मारन ने कहा कि उनकी फ्रेंचाइजी सात आरटीएम का पक्ष लेगी. उन्होंने यह भी कहा था कि विदेशी या भारतीय खिलाड़ी की संख्या तय नहीं होनी चाहिए.
इम्पैक्ट प्लेयर के पक्ष में नहीं पार्थ जिंदल
दूसरी ओर, दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल ने कहा कि वह आईपीएल के इम्पैक्ट प्लेयर नियम को बरकरार रखने के पक्ष में नहीं थे. यह टीमों को एक मैच के दौरान एक एक्स्ट्रा स्पेशलिस्ट बल्लेबाज या गेंदबाज को मैदान में उतारने की अनुमति देता है.