रिपोर्ट- राजीव प्रताप सिंह
लखनऊ. उत्तर प्रदेश को देश का सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिये योगी सरकार अब आगामी फरवरी माह में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन करने जा रही है. बीते गुरूवार को CM योगी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में आगामी 10 से 12 फरवरी तक राजधानी लखनऊ में “ग्लोबल इनवेस्टर समिट के आयोजन का फैसला किया गया है. साथ ही इस ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 10 लाख करोड के औद्योगिक निवेश को UP में लाने का लक्ष्य तय किया गया है.
CM योगी आदित्यनाथ ने इस उच्चस्तरीय बैठक में फरवरी 2023 में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान CM योगी ने कहा कि आगामी 10, 11 और 12 फरवरी 2023 को उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन करने जा रहा है. इस बार हमें 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लक्ष्य के साथ काम करना होगा. यह तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अभूतपूर्व व ऐतिहासिक होगा और “नये भारत के नय़े उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को उड़ान” देने वाला होगा. इस दौरान CM योगी ने इस ग्लोबल समिट के लक्ष्य को पूरा करने के लिये कई अहम दिशा निर्देश भी दिए है.
CM योगी और मंत्री नवंबर-दिसंबर में देश-विदेश में करेंगे रोड शोCM योगी के निर्देश पर ग्लोबल इनवेस्टर समिट के लिये अब तक 9 रूटों से जुडे 19 देशों के नाम तय कर दिये गये हैं. जिसमें USA, कनाडा, ब्राजील, UK, नीदरलैंड, फ्रांस, स्वीडन, बेल्जियम, जर्मनी, रूस, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, जापान, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, यूएई और इजरायल जैसे देशो के नाम शामिल हैं. जिनमें खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम मंत्री आगामी नवंबर-दिसंबर माह में जाकर ना सिर्फ रोड शो करेंगे, बल्कि देश-दुनिया के निवेशकों को UP में मौजूद निवेश की अपार संभावनाओं की जानकारी देते हुए उन्हें UP में निवेश के लिये आमंत्रित करेंगे.
बीते 5 साल में 12 देशों से आये 26371 करोड़ के निवेश के प्रस्तावCM योगी के कार्यकाल में UP विदेशी निवेशकों का मनपसंद स्थान बन गया है. प्रदेश में दो दर्जन से ज्यादा देशों ने 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. पिछले 5 वर्षों में 12 देशों से 26371 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. और 39 परियोजनाओं के लिए भूमि आवंटित हो चुकी है. इससे 38 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा. प्रमुख निवेशक देशों में सिंगापुर, यूएसए, जापान, यूके, कनाडा, जर्मनी और दक्षिण कोरिया की कंपनियां हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति-2020 के तहत जापान, कोरिया, फ्रांस, कनाडा, ताईवान, बेल्जियम, फिनलैंड, यूएसए और स्वीडेन की कंपनियों ने निवेश किया है. ग्रेटर नोएडा में 100 एकड़ में टेग्ना इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर बन रहा है. लीथियम आयन बैटरी उत्कृष्टता केंद्र भी चल रहा है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: UP news, Yogi governmentFIRST PUBLISHED : September 30, 2022, 20:14 IST
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