GK SSB Vs SSF: एसएसबी और एसएसएफ में क्या है फर्क, बहुत कम लोग इनके बारे में हैं जानते

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GK SSB Vs SSF: एसएसबी और एसएसएफ में क्या है फर्क, बहुत कम लोग इनके बारे में हैं जानते

Last Updated:February 28, 2025, 22:55 ISTGK Question SSB Vs SSF: SSB और SSF गृह मंत्रालय के अधीन काम करते हैं लेकिन इनके कार्य अलग हैं. SSB सीमाओं की रक्षा करता है जबकि SSF सरकारी परिसरों और मंत्रियों की सुरक्षा करता है.GK Question SSB Vs SSF: एसएसबी और एसएसएफ में काफी अंतर होता है.हाइलाइट्सSSB सीमाओं की रक्षा करता है, जबकि SSF सरकारी परिसरों की सुरक्षा करता है.SSB अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाता है, SSF सरकारी स्थलों की निगरानी करता है.SSB सीमा पर निगरानी रखता है, SSF सरकारी वाहनों और भवनों की सुरक्षा करता है.SSB Vs SSF: एसएसबी और एसएसएफ के बारे में बहुत ही कम लोगों को पता होगा. इसके बारे में अक्सर लोगों को कंफ्यूजन होता है कि क्या यह दोनों एक ही होते हैं. लेकिन ऐसे बिल्कुल भी नहीं है. एसएसबी यानी सशस्त्र सीमा बल (SSB) होता है जबकि एसएसएफ को सेक्रेटेरिएट सिक्योरिटी फोर्स (SSF) कहा जाता है. यह दोनों ही गृह मंत्रालय (Home Ministry) के अधीन काम करता है. लेकिन इन दोनों का काम एक दूसरे से बिल्कुल अलग होता है. इसके बारे में नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं.

सशस्त्र सीमा बल (SSB)सशस्त्र सीमा बल (SSB) भारत का एक प्रमुख अर्धसैनिक बल है, जिसे देश की सीमाओं की रक्षा और अपने अधिकार क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यह बल भारत के सबसे बड़े अर्धसैनिक संगठनों में से एक है और राष्ट्रीय सुरक्षा में इसकी अहम भूमिका है. SSB हर वर्ष विभिन्न पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करता है, जो बहुत ही कंपीटेटिव होता है.

सचिवालय सुरक्षा बल (SSF)सचिवालय सुरक्षा बल (SSF) भारत के केंद्रीय पुलिस बल का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के प्रशासनिक तंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. SSF को विभिन्न सरकारी परिसरों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और मंत्रियों के आधिकारिक आवासों की सुरक्षा का दायित्व सौंपा गया है. यह बल सरकारी कार्यालयों की सुरक्षा के साथ-साथ आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देने में भी अहम भूमिका निभाता है.

SSB और SSF में अंतर (Difference Between SSB and SSF)सशस्त्र सीमा बल (SSB) का काम भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा को मजबूत करना और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाना है. यह न केवल देश की संप्रभुता और आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को भी सुरक्षित वातावरण मुहैया कराता है. सचिवालय सुरक्षा बल (SSF) कर्मी सरकारी स्थलों की चौबीसों घंटे निगरानी करते हैं. वे एंट्री और एक्जिट प्वाइंट को नियंत्रित करते हैं, नियमित सुरक्षा जांच करते हैं और सुरक्षा उल्लंघनों को रोकने के लिए सतर्क रहते हैं.

SSB भारतीय सीमा पर अनधिकृत प्रवेश और अवैध निकास को रोकने के लिए कड़ी निगरानी करती है. साथ ही आधुनिक तकनीक जैसे सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन और सेंसर्स का उपयोग कर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने का भी काम करती है. गश्ती दल नियमित रूप से सीमावर्ती इलाकों का दौरा करते हैं ताकि किसी भी घुसपैठ की संभावना को रोका जा सके. वहीं सरकारी वाहनों की सुरक्षा भी SSF की जिम्मेदारी होती है. यह बल सुनिश्चित करता है कि सरकारी वाहन सुरक्षित रहें और उनमें किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ न हो.

सरकारी भवनों और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भीड़ नियंत्रण बनाए रखना SSF की प्रमुख भूमिका है. यह बल सुनिश्चित करता है कि कोई भी असामाजिक तत्व सरकारी कार्यों में हस्तक्षेप न करें.

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First Published :February 28, 2025, 22:50 ISThomecareerGK: SSB और SSF में क्या है फर्क, बहुत कम लोग इनके बारे में हैं जानते

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