सनन्दन उपाध्याय/बलिया : इंसान की करुणा एवं स्नेह का पशु-पक्षी भी हकदार है. कुछ ऐसे लोग हैं जो जानवरों के दर्द का अहसास कर न सिर्फ उनकी सेवा करते हैं. बल्कि उन्हें अपनों सा प्यार भी देते हैं. इंसान की करुणा एवं स्नेह का पशु-पक्षी भी हकदार है. इसी मकसद से समाज के हर तबके तक यह संदेश देने में जुटे हैं प्रमोद सर्राफ. इस पशु प्रेमी ने दो अंधी गायों के साथ तमाम प्रजाति के पशु-पक्षियों को पाला है. सबसे खास बात यह है कि प्रमोद सर्राफ ने आज तक न गायों का दूध बेचा और न ही अपने घोड़े को किसी प्रतियोगिता में दौड़ाया.
हनुमानगंज निवासी पशु-प्रेमी प्रमोद सर्राफ बताते हैं कि मेरे पिता स्व. दशरथ प्रसाद सराफ भी पशुओं से अनंत प्रेम करते थे. जब मैं 12 वर्ष की अवस्था में था तब मैं अपने पिता के कार्यों को देखकर पशुओं से जुड़ा. वहीं से ही मेरा पशुओं से लगाव हुआ. अंततः वर्तमान में उस समय का पशु प्रेम आज बृहद रूप में है. पशु भी इंसान की तरह समझदार होते हैं. ये बहुत ही वफादार और अपने मालिक के प्रति अनंत प्रेम करने वाले होते हैं. इन पशुओं से न केवल मैं प्रेम करता हूं बल्कि यह पशु भी हमसे अथाह प्रेम रखते हैं.
यहां से शुरू हुई पशु प्रेम की कहानी12 वर्ष की अवस्था में प्रमोद सर्राफ अपने पिता स्व. दशरथ प्रसाद सर्राफ को देखकर पशुओं से जुड़ने लगे. धीरे-धीरे पशुओं से अनंत प्रेम होने लगा. अंततः जब पिताजी की मृत्यु हो गई उसके बाद पूरे परिवार की मदद से भारी संख्या में पशुओं को रखकर पशु प्रेम की अनोखी मिसाल कायम किया. आगे उन्होंने कहा कि पशु बेहद वफादार होते हैं इनको भी भूख प्यास लगता है. इनके पास भी दिल होता है पशुओं के प्रति हर किसी को अपना प्रेम प्रकट करना चाहिए. इन पशुओं को नकारना नहीं चाहिए.
दुर्लभ गाय हैं श्यामानि:स्वार्थ भाव से लगभग दर्जनों गायों के साथ घोड़े, बत्तख और कुत्तों को रखकर प्रमोद जी ने पशु प्रेमी होने का अनोखा प्रमाण दिया है. इसके अलावा इन्होंने दो ऐसी गायों का पालन पोषण करते हैं जो अंधी हैं और एक गाय जिसका नाम श्यामा है बड़ा ही दुर्लभ प्रजाति की यह गाय बहुत कम पाई जाती है. इसको इन्होने पाल रखा है. बताया जाता है कि नंद जी इस गाय के पूछ के सहारे भगवान श्री कृष्णा को स्वस्थ करते थे.
8 लोग करते हैं पशुओं की सेवाप्रमोद सर्राफ ने आज तक पशुओं को किसी प्रतियोगिता में नहीं ले गए. इस पशु प्रेमी ने आज तक गायों का दूध नहीं बेचा. पूरा परिवार मिलकर के पशु प्रेम की अनोखी मिसाल कायम कर रहा है और यह तमाम पशु भी एक परिवार की तरह बन गए हैं. इन पशुओं से न केवल यह परिवार प्रेम करता है बल्कि यह तमाम पशु भी इस परिवार से अनंत प्रेम करते हैं. इन पशुओं के देखरेख के लिए परिवार स्वयं तत्पर रहता है. उसके अलावा इस परिवार ने इन पशुओं के देखरेख के लिए परमानेंट 8 लोगों को सैलरी बेस पर रखा है. ताकि इन पशुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न होने पाए.
.Tags: Ballia news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : November 21, 2023, 20:04 IST
Source link