विशाल झा/गाजियाबाद : गाजियाबाद नगर निगम का सदन फिलहाल शांत है. लेकिन ऐसा ज्यादा दिन नहीं रहेगा. दरअसल जून में ही गाजियाबाद नगर निगम की पहली बैठक हो सकती है. ऐसे में गाजियाबाद नगर निगम द्वारा सदन की सफाई करवाई जा रही है. कुर्सी और टेबल को सफाई कर्मी लगातार चमका रहे है. इसके अलावा पुराने पोस्टर और बैनर को भी हटा लिया गया है.न्यूज 18 लोकल ने ग्राउंड जीरो पर सदन की सफाई का जायजा लिया. दरअसल सदन में अभी तो टेबल अस्त-व्यस्त पड़ी है लेकिन जल्द ही इन्हें सेटल कर लिया जाएगा। गाजियाबाद नगर निगम का गठन होना भी एक चुनौती बनी हुई थी. गाजियाबाद नगर निगम का गठन 1994 में हुआ था और इससे पहले गाजियाबाद नगरपालिका हुआ करती थी. जिसके अंतर्गत नगरपालिका का अंतिम चुनाव 1979 में हुआ था और इससे पहले 1970 में गाजियाबाद नगर पालिका का चुनाव हुआ था.19 साल तक नहीं हुआ था चुनावइस बीच 19 साल तक चुनावी नहीं हुए थे जिस कारण से शहर बुरी तरीके से प्रभावित हुआ था. नगर निगम के गठन के बाद गाजियाबाद को 5 जोन में बांट दिया गया. जिसमें सिटी जोन, कवि नगर जोन, विजय नगर जोन, मोहन नगर जोन और वसुंधरा जोन शामिल किए गए.गाजियाबाद में वर्तमान में 100 वार्ड है. हर एक वोट से जनता का प्रतिनिधि यानि एक पार्षद चुना जाता है.अतिक्रमण और प्लास्टिक वेस्ट होगा बड़ा मुद्दाएक बार भी जनता ने अपने पार्षदों और अपनी मेयर को चुन लिया है.अब बस सदन पहली बैठक का इंतजार कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक इस बार गाजियाबाद के सदन में पार्किंग, अतिक्रमण और प्लास्टिक वेस्ट का मुद्दा जोर-शोर से उठाया जाएगा.नगर आयुक्त नितिन ने कहा कि नवनिर्वाचित पार्षद और महापौर को समस्या ना हो इसलिए सदन की सफाई करवाई जा रही है..FIRST PUBLISHED : May 28, 2023, 20:26 IST
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