अभिषेक माथुर/हापुड़. पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बरसात से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गंगा खतरे के निशान के पास बह रही है. जिसकी वजह से खादर क्षेत्र के गांवों के जंगलों में गंगा के पानी से जलभराव हो गया है. जलभराव के कारण गंगा किनारे स्थित गंगानगर के लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है. गढ़मुक्तेश्वर में गंगा का जलस्तर रविवार की सुबह 198.60 दर्ज किया गया था. लेकिन बिजनौर बैराज से 1.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ गया है.गंगा से सटे खादर क्षेत्र के गांवों के जंगलों में बाढ़ का पानी भरने की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है. जंगलों में चारों तरफ गंगा का पानी दिखाई दे रहा है. ग्रामीणों में गांवों के अंदर भी बाढ़ आने को लेकर दहशत बनी हुई है. उधर, जंगलों में पानी भरने की वजह से पशुओं के लिए चारे का संकट पैदा हो गया है. वहीं, बाढ़ की आशंका को देखते हुए हापुड़ जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ में है.स्थानीय लोगों का कहना है कि गंगा का पानी खादर क्षेत्र के गांवों के जंगलों में भर गया है. इस वजह से पशुओं के चारे के लिए काफी दिक्कत हो रही है. अभी गांवों में भी बाढ़ आने की संभावना बनी हुई है.गौरतलब है कि गंगा से सटे खादर के करीब 20 गांवों में गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही बाढ़ आने का खतरा है. इन 20 गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है. साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मुस्तैदी के लिए निगाह बनाए हुए हैं. राजस्व टीम गठित कर बाढ़ के हालात पर नजर रखने के आदेश दिये गये हैं. वहीं, ग्रामीणों में भी बाढ़ को लेकर दहशत नजर आ रही है..FIRST PUBLISHED : July 17, 2023, 20:13 IST
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