On this day, 25 November: साल 2008. मोहाली का मैदान. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला. महेंद्र सिंह धोनी के पास भारत की कप्तानी जबकि रिकी पॉन्टिंग ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व कर रहे थे. इस मैच में एक पेसर को इंटरनेशनल डेब्यू का मौका मिला. करियर की पहली ही गेंद और बाउंसर. गौतम गंभीर टीम इंडिया के लिए ओपनिंग कर रहे थे. गंभीर के सिर पर गेंद लगी. हालांकि कोई खास चोट नहीं लगी और गंभीर खेलते रहे. उन्होंने पहली पारी में 140 गेंदों पर 9 चौकों की मदद से 67 रन बनाए. जिस गेंदबाज ने गंभीर के सिर पर गेंद मारी थी, वह आज यानी 25 नवंबर को अपना जन्मदिन मना रहा है. नाम है- पीटर सिडल. ऑस्ट्रेलिया के घातक पेसर्स में शुमार पीटर सिडल (Peter Siddle Birthday) करियर में चोट से परेशान रहे, जूझते रहे. पीटर ने 2019 में अपने करियर का आखिरी मैच खेला.
रुक-रुककर चला करियरविक्टोरिया में जन्मे पीटर सिडल के पास गेंद को स्विंग कराने की बेहतरीन क्षमता थी. उन्होंने स्पीड और स्विंग का कमाल दिखाया. हालांकि फिटनेस एक समस्या रही. सिडल ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहली ही गेंद गौतम गंभीर के सिर पर मारी, लेकिन कंधे की समस्या, फिर पैर की चोट और अंत में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण उनका करियर शुरू से अंत तक रुक-रुककर चला.
गाबा में हैट्रिक, दिन में 15-20 केले
पीटर सिडल ने 2008 में मोहाली में अपने डेब्यू टेस्ट में 4 विकेट लिए और बाद में उसी सीजन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 6 टेस्ट मैचों में 25 विकेट झटके. इसमें अकेले सिडनी में 8 विकेट अपने नाम किए. 2010-11 एशेज के शुरुआती दिन, जो उनका जन्मदिन भी है, पीटर ने गाबा में 54 रन देकर 6 विकेट लिए, जिसमें एक हैट्रिक भी शामिल रही. सिडल का टेस्ट करियर तब खत्म हो गया जब वह 2016 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पर्थ में जल्दी वापस बुलाए जाने के बाद चोटिल हो गए. उन्होंने 2019 में एशेज सीरीज खेली. उसी साल के अंत में अपनी अंतरराष्ट्रीय रिटायमेंरट की घोषणा कर दी. पीटर सिडल वीगन हैं और अपने खेल के दिनों में वह 15-20 केले 1 दिन में खा जाते थे.
शानदार रहा करियर
पीटर सिडल ने 2008 में अपने करियर का पहला टेस्ट मैच भारत के खिलाफ खेला. मोहाली में खेले गए उस मैच में पीटर ने पहली पारी में 3 जबकि दूसरी पारी में 1 विकेट लिया. पीटर ने टेस्ट फॉर्मेट में 67 मैचों में कुल 221 विकेट झटके. वहीं, वनडे में उन्होंने 20 मैचों में 17 विकेट लिए. टी20 इंटरनेशनल में उन्हें केवल 2 मैच खेलने का मौका मिला जिनमें कुल 3 विकेट उनके हिस्से आए. टेस्ट में उन्होंने 2 अर्धशतकों की मदद से कुल 1164 रन बनाए. फर्स्ट क्लास करियर में पीटर ने 746 विकेट लिए और एक शतक भी जमाया.