Gautam Gambhir Statement: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में मात देकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में जगह बनाई. रोहित शर्मा एंड कंपनी अब 2013 के बाद इस टूर्नामेंट की जीतने से सिर्फ एक कदम दूर है. मैच खत्म होने के टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने उन सबकी बोलती बंद कर दी, जो कह रहे थे कि भारतीय टीम को अपने सभी मैच दुबई में खेलने का फायदा है. गंभीर ने ‘कुछ’ आलोचकों को ‘हमेशा शिकायत करने वाले’ बताया और कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि ड्रेसिंग रूम के बाहर क्या कहा जा रहा है.
जमकर बरसे गंभीर
मुख्य कोच गौतम गंभीर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय टीम को दुबई में खेलने का कोई अनुचित फायदा नहीं मिल रहा है और चैम्पियंस ट्रॉफी के लिये यहां पहुंचने के बाद से टीम ने इस मैदान पर कोई अभ्यास सत्र भी नहीं लिया है. बता दें कि भारतीय टीम ने सारे मैच दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पर खेले और सभी मैच जीतकर चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में पहुंची है. गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया पर सेमीफाइनल में 4 विकेट से मिली जीत के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मुझे पता है कि अनुचित फायदे को लेकर काफी बहस हो रही है. लेकिन कौन सा अनुचित फायदा. सबसे पहली बात तो यह कि हमारे लिये भी यह उतना ही न्यूट्रल वेन्यू है जितना बाकी टीमों के लिये. मुझे याद भी नहीं कि इस स्टेडियम पर आखिरी टूर्नामेंट कौन सा खेला था.’
‘एक भी दिन अभ्यास नहीं किया’
गंभीर ने आगे कहा, ‘हमने यहां एक दिन भी अभ्यास नहीं किया. हम आईसीसी अकादमी पर अभ्यास कर रहे हैं. यहां और वहां के हालात में 180 डिग्री का अंतर है. कुछ लोगों को बस शिकायत करना आता है. मुझे नहीं लगता कि हमें कोई अनुचित फायदा मिला है.’ गंभीर ने यह भी कहा कि भारत ने हालात का पहले से पता होने के कारण चार स्पिनरों को नहीं उतारा है.
‘पाकिस्तान में खेलें या…’
हेड कोच ने आगे कहा, ’15 सदस्यीय टीम में अगर आप दो स्पिनर लेकर उतरते हैं तो पाकिस्तान में खेलें या कहीं भी, हम उन्हें चुनेंगे ही क्योंकि उपमहाद्वीप में टूर्नामेंट हो रहा है. हमने पिछले दो मैचों में दो या तीन स्पिनरों को उतारा, बाकी ऑलराउंडर्स थे.’ गंभीर ने यह भी कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मेरा काम 140 करोड़ भारतीयों और ड्रेसिंग रूम में मौजूद लोगों के प्रति ईमानदार रहना है. मुझे इसकी परवाह नहीं है कि लोग क्या बात करते हैं, कैसे बात करते हैं, उनका कोई एजेंडा है या नहीं. मुझे वास्तव में इसकी परवाह नहीं है. अगर मैं अपने काम के प्रति ईमानदार हूं, तो यही मायने रखता है.’
दिग्गजों ने उठाए थे सवाल
दरअसल,इंग्लैंड के महान खिलाड़ियों नासिर हुसैन और माइक एथरटन ने भारतीय टीम पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उन्हें अपने सभी मैच दुबई में खेलने का फायदा है, जबकि बाकी टीमों को अपने मैच खेलने के लिए दो देशों के बीच यात्रा करनी पड़ती है. एक्टिव खिलाड़ियों में इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज रासी वैन डेर डूसन ने भी यही दावा किया था. हालांकि, भारत के कई दिग्गजों ने इसे सिरे से नकारा. सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली ने इसकी तीखी आलोचना की.