Last Updated:March 11, 2025, 13:38 ISTसहारनपुर की 19 वर्षीय महिला किसान शुभावरी चौहान, जो नौ साल की उम्र से ऑर्गेनिक खेती कर रही हैं, को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सम्मानित किया. शुभावरी की जैविक खेती के उत्पाद भारत और विदेशों में प्…और पढ़ेंX
राज्यपाल ने शुभावरी से काफी देर तक की बात बढ़ाया हौसलाअंकुर सैनी/सहारनपुर- सहारनपुर के किसान कृषि के क्षेत्र में नए-नए प्रयास कर अपनी खेती को प्राकृतिक बनाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी कड़ी में 19 वर्षीय युवा महिला किसान शुभावरी चौहान, जो 9 साल की उम्र से अपने पिताजी के साथ खेती कर रही हैं, आज ऑर्गेनिक खेती के क्षेत्र में एक बड़ा नाम बन चुकी हैं.
राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुकी हैं शुभावरीशुभावरी को पहले भी ऑर्गेनिक खेती के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है. इस बार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार और गांव का नाम रोशन हुआ है, बल्कि पूरे सहारनपुर जिले को भी गर्व महसूस हो रहा है.
ऑर्गेनिक खेती से विदेशों तक पहुंचा नामशुभावरी चौहान जैविक तरीके से सब्जियां, गन्ने से गुड़ और शक्कर, तथा देसी गायों के दूध से देसी घी तैयार करती हैं. उनके उत्पाद भारत के साथ-साथ विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं. उनके ऑर्गेनिक उत्पाद ऑनलाइन इंडिया, khetiwadi.com और खेतों से ऐप के माध्यम से आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं. शुभावरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्राकृतिक खेती के सपने को साकार करने का कार्य कर रही हैं. उनकी प्रेरणा से आसपास के गाँवों की लड़कियाँ भी अब खेती में रुचि लेने लगी हैं.
शुभावरी की दिनचर्या और शिक्षाशुभावरी खेती के साथ-साथ मुन्नालाल डिग्री कॉलेज, सहारनपुर से स्नातक की पढ़ाई भी कर रही हैं. उनकी दिनचर्या सुबह 4:00 बजे से शुरू होती है, जब वह अपनी गायों का दूध निकालने के साथ-साथ घर का खाना बनाने में भी हाथ बंटाती हैं. साथ ही, उन्होंने अपने घर में एक किचन गार्डन भी तैयार किया है, जहां वह विभिन्न प्रकार की जैविक सब्जियां उगाती हैं.
राज्यपाल ने बढ़ाया हौसलाशुभावरी ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि 8 मार्च को लखनऊ में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा उन्हें यह सम्मान दिया गया. शुभावरी बताती हैं कि वह गौ आधारित जैविक ऑर्गेनिक खेती कर रही हैं, जिससे देश को जहर मुक्त बनाने में योगदान देना उनका मुख्य लक्ष्य है. उनके पास लगभग 250 बीघा जमीन है, जहां वह पूरी तरह से ऑर्गेनिक खेती कर रही हैं.
सम्मान समारोह के दौरान राज्यपाल ने लगभग 5 मिनट तक शुभावरी से बात की और उनकी मेहनत की सराहना की. उन्होंने शुभावरी के जहर मुक्त खेती अभियान की प्रशंसा करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं.
प्रेरणा बनीं शुभावरी चौहानशुभावरी चौहान का सफर केवल उनकी सफलता की कहानी नहीं, बल्कि नए जमाने के किसानों के लिए एक प्रेरणा है. उनके प्रयास यह दर्शाते हैं कि यदि समर्पण और मेहनत से काम किया जाए, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है.
Location :Saharanpur,Uttar PradeshFirst Published :March 11, 2025, 13:38 ISThomeuttar-pradeshगांव की बेटी का कमाल, 9 साल की उम्र में शुरू की खेती, आज विदेशों तक पहुंचा रही