रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में भारत को लगातार दूसरी बार आईसीसी ट्रॉफी जिताई है. पिछले साल भारत ने रोहित शर्मा की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था. रोहित शर्मा की कप्तानी का जलवा यहां नहीं रुका, इस साल भारतीय टीम ने उनकी लीडरशिप में ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के खिताब पर भी कब्जा जमाया है. कुछ दिनों पहले तक रोहित शर्मा को टीम इंडिया से बाहर निकालने तक की बातें की जा रही थी, लेकिन ‘हिटमैन’ ने अब अपने आलोचकों को करारा जवाब दे दिया है.
सहवाग ने धोनी के बाद इन्हें बताया भारत का बेस्ट कप्तान
भारत के पूर्व दिग्गज ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने रोहित शर्मा की कप्तानी की जमकर तारीफ की है और इस बात पर जोर डाला कि कमतर आंके जाने के बावजूद वह भारतीय टीम के कितने शानदार खिलाड़ी रहे हैं. रोहित शर्मा ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान कुछ साहसिक फैसले लिए. अर्शदीप सिंह की जगह हर्षित राणा के चयन ने कई लोगों को हैरान कर दिया, लेकिन इस नए खिलाड़ी ने शानदार गेंदबाजी की. जब हर्षित राणा की जगह वरुण चक्रवर्ती को टीम में शामिल किया गया, तो भी इसी तरह की चर्चा हुई, लेकिन यह फैसला भी सही साबित हुआ.
सहवाग ने बयान से मचाई सनसनी
वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकबज से कहा, ‘हम उनकी (रोहित शर्मा) कप्तानी को कम आंकते हैं, लेकिन इन दो (टी20 वर्ल्ड कप 2024 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025) ट्रॉफियों के बाद, वह महेंद्र सिंह धोनी के बाद कई ICC खिताब जीतने वाले दूसरे (भारतीय) कप्तान बन गए हैं. जिस तरह से कप्तान (रोहित शर्मा) ने अपने गेंदबाजों का इस्तेमाल किया है, जिस तरह से उन्होंने टीम को संभाला है, जिस तरह से उन्होंने टीम का मार्गदर्शन किया है, और वह जो भी संवाद करते हैं, वह बहुत स्पष्ट रूप से करते हैं. चाहे वह अर्शदीप सिंह की जगह हर्षित राणा को खिलाना हो या फिर हर्षित राणा की जगह वरुण चक्रवर्ती को लाना हो. उन्होंने (रोहित शर्मा) अपने खिलाड़ियों के साथ अच्छा संवाद किया है और यह महत्वपूर्ण था. इसलिए रोहित शर्मा एक बेहतर कप्तान हैं.’
रोहित शर्मा सबसे निस्वार्थ क्रिकेटर
पिछले कुछ सालों में रोहित शर्मा ने खुद को सबसे निस्वार्थ क्रिकेटरों में से एक साबित किया है. वीरेंद्र सहवाग ने भी इसी बात पर जोर दिया. वीरेंद्र सहवाग ने रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि वह टीम में सभी को साथ लेकर चलते हैं. वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ‘वह अपने बारे में कम, अपनी टीम और अपने साथियों के बारे में ज्यादा सोचते हैं. वह उन्हें सहज महसूस कराते हैं. उन्हें पता है कि अगर किसी खिलाड़ी में असुरक्षा की भावना होगी, तो उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं होगा. इसलिए वह उस टीम में किसी को भी असुरक्षित महसूस नहीं होने देते. वह सभी को साथ लेकर चलते हैं. एक बेहतर कप्तान और लीडर की यही जरूरत है और रोहित शर्मा यह काम बखूबी कर रहे हैं.’