सेहत के लिए केला खाना बहुत फायदेमंद होता है. लेकिन आयुर्वेद केले के साथ कुछ फलों को खाने से मना करता है. दरअसल, हर फल की अलग प्रकृति होती है. इसलिए अगर आप दो अलग-अलग प्रकृति वाले फलों को एकसाथ खाते हैं, तो आपको गंभीर बीमारियां घेर सकती हैं. “आयुर्वेद के मुताबिक केले के साथ किस फल को नहीं खाना चाहिए और क्यों, इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर अबरार मुल्तानी (Dr. Abrar Multani, Ayurvedic Expert) से बातचीत की.”
Fruit Combination to Avoid: केले के साथ नहीं खाना चाहिए पपीताजहां केला दिल और पेट में लाभदायक होता है, वहीं पपीपा खाने से भी पाचन स्वस्थ होता है और कोलेस्ट्रॉल में कमी आती है. लेकिन आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी के मुताबिक दोनों फलों की तासीर अलग-अलग होती है. जिस कारण आयुर्वेद में इनका एकसाथ सेवन मना किया गया है. जहां केले की तासीर ठंडी होती है, वहीं पपीते की तासीर गर्म होती है. जिस कारण खराब पाचन, अपच, उल्टी, सिरदर्द, जी मिचलाना, गैस, एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
Papaya Side Effects: पपीता खाने के नुकसान क्या हैं?
कुछ शोध बताते हैं कि अस्थमा या अन्य सांस संबंधी समस्याओं के रोगियों को पपीता खाने से एलर्जी का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा, मुंहासे और खुजली की दिक्कत भी हो सकती है. इसलिए पपीते का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
गर्भवती महिलाओं को पपीता नहीं देना चाहिए. क्योंकि, इसकी तासीर गर्म होती है और यह भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकता है.
यह सच है कि पपीते में मौजूद फाइबर कब्ज से राहत देता है. लेकिन, जरूरत से ज्यादा फाइबर खाना भी कब्ज का कारण बन सकता है. इसलिए सावधानी बरतें.
अगर आप खून पतला करने की दवाएं ले रहे हैं, तो पपीते का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. क्योंकि पपीता भी खून को पतला करने का काम करता है. जिससे आपको गंभीर समस्या हो सकती है.
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