फर्रुखाबाद: कई किसान पारंपरिक फसलों की खेती से हटकर नए तरह की खेती कर रहे हैं. इनमें कई ऐसे युवा किसान भी हैं जो अपनी अच्छी-अच्छी नौकरियां छोड़कर किसानी कर रहे हैं और किसानी में नए प्रयोग भी कर रहे हैं. ये तमाम तरह के फल, फूल, सब्जियों और औषधियों की खेती कर रहे हैं. शादी-विवाह से लेकर पूजा-पाठ, एनिवर्सरी, बर्थडे और तमाम सेमिनारों में जिस तरह से फूलों की डिमांड बढ़ी है उसे देखते हुए कई लोग फूल की खेती से कई नौकरियों से ज्यादा कमा रहे हैं. इन फूलों की डिमांड देश ही नहीं विदेशों तक में बड़े पैमाने पर है. आप भी फूलों की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ऐसी नर्सरी की जरूरत होगी जहां इन फूलों के पौधे मिल सकें.
फर्रूखाबाद के बरझाला गांव और उसके आसपास के गांवों और फतेहगढ़ में चलने वाली नर्सरियों में इन दिनों विभिन्न किस्म के फूलों की बहार आई है. इस समय घरेलू बागवानी के शौकीन लोग गमलों-क्यारियों और इनडोर गार्डनिंग के लिए आकर्षक और शानदार देशी-विदेशी फूलों की पौध को देखने और खरीदने आ रहे हैं.
सजावटी पौधों से लेकर फल और फूल के पौधे उपलब्धफर्रुखाबाद जिले के फतेहगढ़ और कायमगंज मार्ग पर स्थित गांव पपड़ी, बरझाला और मीरपुर के साथ ही आसपास के कई गांवों में संचालित नर्सरी में पहाड़ी क्षेत्रों के अनेक फल, फूल और सजावटी पौधे हैं. इनमें गजेनियां, डेंथस, पैंजी, रेनूग्लस, लिलियम, प्रमूला, पिटोनियां, वरबीना, साल्विया, स्टाग, डाग फ्लावर, केलेंडूला, गुलदाउदी, बिगोनियां, स्लोसिया, हालैंड वेरायटी की ग्लेडियस, कैलालिली और बिनका कही जाने वाली सदाबहार की पहाड़ी वेरायटी के पौधे उपलब्ध हैं. कोलकाता और देहरादून कटिंग की दहेलिया सहित कई रंगों में गेंदा और गुलाब आदि फूलदार पौधे इस सीजन में उपलब्ध हैं.
नर्सरी संचालक अजय ने लोकल18 को बताया कि सर्दियों का मौसम शुरू होने के साथ ही फूलों की बिक्री शुरू हो जाती है. इस समय उनके पास कई राज्यों और जिलों से आर्डर आ रहे हैं. लोग अपने घरों और गार्डन के लिए भी फूलों के पौधे खरीद रहे हैं. यहां फलों के पौधे भी उपलब्ध हैं. इनमें आम, अमरूद, अंगूर, अनार और टिंबर जैसे फलों के पौधे हैं तो गुलाब, चंपा, चमेली, गेंदा, एलोस्टोनिया, बोतल के पाम, वाटर पाम, फाइटस, कनेर जैसे फूल के भी पौधे हैं. इनके अलावा छायादार वृक्षों में शीशम, नीम, पाकड़, बरगद, गोल्डमोहर, यूकेलिप्टस, गूलर, पापुलर आदि सहित विभिन्न किस्मों के पौधे तैयार किए जाते हैं.
कई राज्यों और विदेशों तक जाते हैं यहां के पौधेयहां की नर्सरियों में क्रेसुला, कंफायर, एचबेरिया और फावरर्थिया जैसे अनेकों शानदार और आकर्षक सजावटी पौधे उपलब्ध हैं. स्ट्राबेरी और चेरी जैसे फलदार पौधे भी यहां की नर्सरी में मिल रहे हैं. राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार जैसे राज्यों तक इस क्षेत्र की नर्सरियों से भी पौधे जाते हैं. इन प्रांतों से दूसरे प्रांतों और विदेशों तक पौधे सप्लाई किए जाते हैं.
Tags: Farrukhabad news, Local18FIRST PUBLISHED : December 8, 2024, 19:40 IST