नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर जेमी मिशेल ने आरोप लगाया है कि 1985 में श्रीलंका के अंडर -19 दौरे पर टीम के अधिकारियों ने उनका ‘यौन शोषण’ किया था. अब 55 साल के हो चुके मिशेल ने ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (एबीसी) के एक साक्षात्कार में आरोप लगाया कि टीम के एक चिकित्सक ने उनके दर्द के इलाज के दौरान उनका शोषण किया. ऑस्ट्रेलिया की पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि वे पुलिस जांच में सहयोग कर रहे हैं.
खिलाड़ी ने सरेआम लगाए आरोप
मिशेल ने टीम की एक तस्वीर ऑनलाइन देखने के बाद पिछले साल अगस्त में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से जवाब मांगने का फैसला किया था. उन्होंने इस मामले की सूचना सरकार के भ्रष्टाचार और दुर्व्यवहार मामले की विभाग को भी दी जिसने संघीय पुलिस से संपर्क किया. एबीसी की वेबसाइट के मुताबिक मिशेल ने कहा, ‘मुझे कुछ राहत मिली है कि आखिरकार 1985 के उस दौरे की जांच हो रही है. वह दौरा मेरे क्रिकेट जीवन का मुख्य आकर्षण होने के बजाय उसने मुझे कई वर्षों तक तनाव और यातना दी है.’ मिशेल ने इस संबंध में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को छह सवालों की सूची सौपीं है जिसमें वह जानना चाहते है कि दौरे की रिपोर्ट और समीक्षा कहां है, और उसके मेडिकल रिकॉर्ड का क्या हुआ.
बेहद खराब समय से गुजरा क्रिकेटर
रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबो में 30 मार्च की रात को मिशेल अस्वस्थ महसूस कर रहे थे और वह टीम के डॉक्टर के पास गए, जिसने उसे एक कड़ा इंजेक्शन लगाया. इसके बाद मिशेल कम से कम 10 घंटे के लिए अचेत हो गए. उन्होंने कहा कि उनके साथियों को निर्देश दिया गया था कि वे उस रात उनके कमरे में नहीं जाए. मिशेल का मानना है कि उस अवधि में टीम के एक प्रमुख अधिकारी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था. उन्होंने हालांकि इंटरव्यू में इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी कि यह कैसे हुआ. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी निक हॉकले ने कहा कि उनका संगठन अपने खिलाड़ियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.
हॉकले ने कहा, ‘हम संगठन में एक समावेशी, सुरक्षित और दूसरों की मदद वाली संस्कृति सुनिश्चित करने को लेकर प्रतिबद्ध है. मैं इन आरोपों को हमारे ध्यान में लाने में जेमी मिशेल के साहस को स्वीकार करना चाहता हूं. हम उनकी जांच में पुलिस की सहायता कर रहे हैं.’ हॉकले ने कहा कि उन्हें किसी भी लापता दस्तावेज की जानकारी नहीं है.