Food With Diabetes Risk: डायबिटीज एक कोरोनिक हेल्थ कंडीशन है जो तब होती है जब शरीर ब्लड शुग लेवल को असरदार तरीके से रेग्युलेट नहीं कर पाता है. मधुमेह 2 मुख्य प्रकार के होते हैं: टाइप -1 और टाइप -2. आपको ये जानना होगा कि टाइप 2 डायबिटीज तब डेवलप होता है जब शरीर इंसुलिन के प्रभाव के लिए प्रतिरोधी हो जाता है, या जब पैंक्रिया पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है. ये अक्सर मोटापे, खराब डाइट और फिजिकल एक्टिवीटज की कमी जैसे लाइफस्टाइल फैक्टर्स से जुड़ा होता है. हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ ऐसी चीजें खाते हैं जिससे छिपे हुए तौर पर डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं कि वो फूड आइटम्स कौन-कौन से हैं.
डायबिटीज का रिस्क बढ़ाने वाले फूड्स
1. व्हाइट ब्रेड ( White Bread) भारत में काफी लोगों के दिन की शुरुआत व्हाइट ब्रेड से बने टोस्ट होती है, क्योंकि ये जल्दी में तैयार होने वाला नाश्ता है, ये रिफाइन अनाज से बनता है और इसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जो ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकता है, इसके लिए आप होल ग्रेन से तैयार भोजन खाएं.
2. आर्टिफीशियल स्वीटनर्स (Artificial Sweeteners)आर्टिफीशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल डायबिटीज के पेशेंट ज्यादा करते हैं, या फिर वो लोग जो ये मानते हैं कि ये चीनी का सेफ अल्टरनेटिव है. भले ही इसमें कैलोरी कम होती है, लेकिन इसके बावजूद ये डायबिटीज के रिस्क को चुपके से बझ़ा सकता है, इसलिए आपको सतर्क रहना जरूरी है.
3. प्रॉसेस्ड मीट (Processed Meats)आजकल मांस को लंबे वक्त तक प्रिजर्व करने के लिए प्रॉसेस्ड मीट का चलन बढ़ा है, लेकिन ये सेहत के लिए बिलकुल भी अच्छे नहीं होते, इसमें जमकर सोडियम और प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं जिससे डायबिटीज का रिस्क काफी ज्यादा बढ़ जाता है, इसलिए बेकॉन, सॉसेज जैसी चीजें खाना बंद कर दें. इसकी जगह लीन प्रोटीन वाली डाइज खाएं जिसमें दाल, मछली और दुबले चिकेन के मीट शामिल हैं.
4. हाई फैट डेयरी प्रोडक्ट्स (High Fat Dairy Products)वैसे तो दूध और इससे बनी चीजें सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन आपको फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि ये डायबिटीज को दावत दे सकता है. इसकी जगह लो फैट मिल्क, योगर्ट और कॉटेज चीज का सेवन कर सकते हैं जो तुलनात्मक रूप से ज्यादा हेल्दी है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.