Heart Attack Precautions: इन दिनों हार्ट हटैक से होने वाली मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं. कुछ दिनों पहले जम्मू कश्मीर में एक नाटक के दौरान कलाकार की हार्ट हटैक से मौत हो गई. कुछ शोध में पाया गया कि जिम में वर्कआउट करने वाले लोगों को हार्ट अटैक आने के ज्यादा चांसेस होते हैं और ऐसा देखा भी गया. हाल ही में कई फिल्म कलाकारों की हार्ट अटैक से मौत हुई. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जिम में ज्यादा वर्कआउट करना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. आमतौर पर 40 से अधिक उम्र के लोगों को हार्ट अटैक, डायबिटीज जैसी बीमारियां होती हैं. लेकिन आजकल युवा भी इन गंभीर मारियों से पीड़ित हो रहे हैं. ऐसे में कुछ टिप्स हैं जिन्हें अगर हार्ट अटैक के दौरान अपनाया जाए तो व्यक्ति की जान बच सकती है. आइये जानें
क्या है कारण
दिल हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है जिसका खास ख्याल रखना चाहिए. इसके लिए खाने से लेकर एक्सरसाइज तक लोग मेहनत करते हैं. क्योंकि दिल हमारे शरीर के सभी पार्ट्स में खून और ऑक्सीजन पहुंचाता है. इसलिए दिल का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. कई बार लोग लापरवाही करते हुए दिल से जुड़ी बीमारियों को नजरअंदाज कर देते हैं. आजकल गल् खान पान के चलते युवाओं को गैस की समस्या भी हो रही है. कई बार तो दिल में उठे दर्द को लोग सीने में गैस फंसने का बहाना देते हैं. लेकिन बाद में ये परेशानी बढ़कर हार्ट अटैक के रूप में आती है. जानकारों का मानना है कि खून का पतला होना हार्ट अटैक का कारण हो सकता है. साथ ही जब दिल की आर्टरीज में ब्लड क्लॉट होता है तब हार्ट के फंक्शन पर असर आता है.
इस तरह बचा सकते हैं जान
1. आपके आसपास अगर किसी व्यक्ति में हार्ट के लक्षण दिखते हैं तो फौरन उसे डॉक्टर के पास ले जाएं. या फिर अगर व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो बिना देरी एंबुलेंस बुलाएं.
2. कई बार हमें जानकारी नहीं होती या हम समझ नहीं पाते और दिल का दौरा पड़ने पर लोग जान से हाथ धो बैठते हैं. ऐसे में जब किसी को दिल का दौरा पड़े तो नॉर्मल दर्द की कोई भी दवा या डिस्प्रिन की गोली खा सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि इसे आप चबाकर ही खाएं. इससे हार्ट अटैक में जल्दी फायदा होगा.
3. हार्ट अटैक आने पर किसी की इमीडियेट जान बचाने के लिए आप पीड़ित के दिल पर हाथ रखकर बार-बार प्रेस करें. ऐसा करने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन रुकेगा नहीं. इसे सीपीआर प्रक्रिया भी कहते हैं.
4. इसके अलावा आप हार्ट अटैक के दौरान व्यक्ति को बेसिक लाइफ सपोर्ट और एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट भी दे सकते हैं जिसके अच्छे परिणाम हो सकते हैं.
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.