फिरोजाबाद में इस शख्स ने बनाई थी पहली बार चूड़ियां, जानिए क्या है पूरा इतिहास

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फिरोजाबाद में इस शख्स ने बनाई थी पहली बार चूड़ियां, जानिए क्या है पूरा इतिहास



धीर राजपूत/फिरोजाबाद: फिरोजाबाद चूड़ियों के लिए पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है. आकर्षक व कलात्मक कांच की चूड़ियों व आइटमों के लिए विश्व विख्यात फिरोजाबाद को सुहाग नगरी के नाम से भी जाना जाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि यहां सबसे पहले चूड़ी का निर्माण करने वाले व्यक्ति कौन थे, नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं.

इतिहासकार डॉ ए बी चौबे बताते है कि सन 1910 में सेठ नंदराम जर्मन से एक कांच के जानकार को फिरोजाबाद बुलाकर लाए थे. तब यहां आधुनिक चूड़ियों का काम शुरू हुआ. लेकिन फिरोजाबाद में सबसे पहली चूड़ी जो बनाई गई वह हाजी उस्ताद रुस्तम ने बनाई थी. उस्ताद रुस्तम ने यहां रेत और रापड़ी जैसी चीजों का इस्तेमाल करके चूड़ी बनाना प्रारंभ किया. इसके अलावा उनके साथ उनके परिवार के लोग भी इस काम में शामिल थे.

 फिरोजाबाद में बनती हैं चूड़ियांयहां की चूड़ियां पहले मोटी और भद्दी हुआ करती थी, लेकिन बाद में धीरे-धीरे सुधार हुआ. हरी, नीली, पीली कई कलर की चूड़ियां बनाई जाने लगी. आज के समय में फिरोजाबाद पूरे विश्व में चूड़ियों के लिए प्रसिद्ध है. यहां बनने वाली चूड़ियां भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों तक भेजी जाती है. यहां चूड़ियों की सैकड़ों फैक्ट्रियां हैं. जहां मजदूर दिन-रात काम करके चूड़ियां बनाते हैं.

हाजी उस्ताद रुस्तम की बनी है मजारफिरोजाबाद चूड़ी उद्योग के जनक कहे जाने वाले हाजी उस्ताद रुस्तम की कब्र आज भी फिरोजाबाद में बनी हुई है. कहा जाता है कि पहले उस्ताद रुस्तम इसी जगह पर रहकर चूड़ियां बनाते थे. लेकिन बाद में धीरे-धीरे यह काम शहर में फैल गया और यहां सैकड़ो फैक्ट्रियां चूड़ी बनाने का काम करने लगी.

सन 1910 में रेता और रापड़ी से बनती थी चूड़ीइतिहासकार दो आव चौबे की माने तो फिरोजाबाद में उस्ताद रुस्तम द्वारा चूड़ियों को बनाने के लिए रेता और रापड़ी का इस्तेमाल किया जाता था. धीरे-धीरे चूड़ी का विकास हुआ और आधुनिक चूड़ियां बनाई जाने लगी.
.Tags: Firozabad News, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 30, 2023, 16:47 IST



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