अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊः अभी तक आपने लैला मजनू और हीर रांझा की प्रेम कहानी तो बहुत सुनी होगी. जिनकी प्यार की कहानी की मिसाल आज तक लोग देते हैं लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं लखनऊ के एक ऐसे शादीशुदा जोड़े के बारे में जिन्होंने अपने प्यार को पाने के लिए समाज की सभी बेड़ियों को तोड़ा. बिना किसी से डरे सभी दिक्कतों का सामना करते हुए 4 साल के लंबे प्यार के बाद शादी तक कर ली. यह कहानी है लखनऊ के देसी छोरे पवन शर्मा और उत्तराखंड के अल्मोड़ा यानी पहाड़ों की रहने वाली दीपा सिंह की. पवन शर्मा जहां एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं तो वहीं दीपा सिंह का पूरा परिवार मिलिट्री में है. ऐसे में दोनों की शादी आसान नहीं थी.
पवन शर्मा ने बताया कि बात है साल 2016 की जब उन्होंने पहली बार दीपा को फेसबुक पर देखा था. उन्हें रिक्वेस्ट भेजी, लंबे वक्त तक रिक्वेस्ट पेंडिंग रही. उन्हें लगा कि अब शायद कुछ होने वाला नहीं है तो वह अपनी रिक्वेस्ट को जब वापस ले ही रहे थे कि दीपा ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली. यहीं से बातचीत होनी शुरू हुई और एक दूसरे का नंबर लिया. यहां से देर रात तक बातें शुरू हो गई. पहली मुलाकात भी 2016 में लखनऊ के अंबेडकर पार्क में ही हुई.
देसी-पहाड़ी और मिलिट्री परिवारदीपा ने बताया कि उत्तराखंड में जो पहाड़ी हैं वो देसी यानी उत्तर प्रदेश में शादी नहीं करते हैं. दूसरी जाति में भी शादी का कोई रिवाज नहीं है. यही नहीं पवन शर्मा एक साधरण परिवार से ताल्लुक रखते हैं जबकि उनका पूरा परिवार मिलिट्री से है. ऐसे में शादी नामुमकिन थी. यही वजह है कि सबको मनाते-मनाते 4 साल लग गए. 2016 से शुरू हुई प्रेम कहानी को 2019 के नवंबर में मुकाम मिला और सगाई हुई और वर्ष 2020 में शादी हो गई.
शादी के दिन पिता की तबीयत हुई खराबपवन शर्मा ने बताया कि वह अपने घर के बड़े बेटे हैं. उनका छोटा भाई भी है. ऐसे में कई वर्षों बाद उनके घर में कोई शादी होने जा रही थी. सभी बहुत खुश थे. माता-पिता भी, पिता कुछ ज्यादा ही खुश थे इसलिए ज्यादा भाग दौड़ कर रहे थे. इसी दौरान हल्दी के दिन उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई. हल्दी के दिन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. शादी के वक्त भी वह वेंटिलेटर पर थे और शादी के ठीक तीसरे दिन उनकी मृत्यु हो गई. मृत्यु से पहले पिता ने बस यही कहा था कि शादी रुकनी नहीं चाहिए, इसीलिए शादी हो गई.
पिता की मृत्यु और बच्चे की जन्म तारीख सेमपवन शर्मा ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु जिस दिन हुई थी उसी दिन उनके बच्चा का जन्म हुआ. यानी पिता की मृत्यु की तारीख और बच्चे की जन्म की तारीख एक ही है. पिता की मृत्यु का समय और बच्चे के जन्म का समय भी एक जैसा ही है.
.Tags: Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : February 5, 2024, 13:38 IST
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