नवरात्रि के दौरान व्रत रखने से इंसान का दिमाग खुशी पैदा करने वाले हार्मोन को रिलीज करता है. यह हार्मोन हमारे मूड को बेहतर बनाता है और हमें खुशी की अनुभूति कराता है. मनोवैज्ञानिक एक्सपर्ट भी कहते हैं कि नवरात्रि जैसे त्योहार जीवन में बेहतर चीजों की सराहना करने और उनका आनंद लेने में मदद कर सकते हैं. इन त्योहारों के दौरान हम कई तरह की गतिविधियों में शामिल होते हैं, जैसे घर को सजाना, नए कपड़े पहनना, गरबा नाइट्स में जाना और दुर्गा पूजा पंडाल जाना. इन सभी गतिविधियों से हमारे मन में सकारात्मक भावनाएं पैदा होती हैं और हम खुश महसूस करते हैं.
एक अन्य अध्ययन के मुताबिक, उपवास के पहले सप्ताह में शरीर भूख के अनुकूल होने के लिए कैटेकोलामाइन हार्मोन का उत्पादन बढ़ा देता है. ये हार्मोन इम्यून प्रतिक्रिया और ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. हालांकि, यह तनाव भी पैदा कर सकता है. कुछ समय बाद, शरीर इस तनाव का जवाब अच्छी भावनाओं को बढ़ावा देकर देता है. इससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है.नींद आने में मददगारव्रत से शरीर में खुशी पैदा करने वाला हार्मोन सेरोटोनिन और नींद के लिए जिम्मेदार हार्मोन मेलाटोनिन रिलीज होता है, जिससे आप को सुकून की नींद आ सकती है. अगर नींद पूरी होगी तो सभी स्वास्थ्य समस्याओं से निजात मिलेगी और मूड भी खुश रहेगा.
इन बातों पर गौर करें- डायबिटीज मरीज लंबे समय तक खुद को भूखा न रखें. व्रत के दौरान थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहें. ऐसा करने से आपका शुगर का स्तर नियंत्रण में रहेगा.- खाते समय ज्यादा मात्रा में तला भुना और मिठाई खाने से बचें. यह शुगर के लेवल को बढ़ा सकता है.- लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ ले सकते हैं।- व्रत के दिनों में दवा लेने से परहेज कर रहे हैं तो ऐसी गलती न करें, व्रत के दौरान भी अपनी दवा समय पर लें.- कमजोरी महसूस करने पर नींबू पानी, नारियल पानी, लस्सी और छाछ पीते रहें.- पानी का ज्यादा सेवन करें. पानी की कमी से शरीर में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.