Farrukhabad district jail violence pistol found during search question raised on security upat

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Farrukhabad district jail violence pistol found during search question raised on security upat



फर्रुखाबाद. फर्रुखाबाद जिला जेल (Farrukhabad District Jail) में कैदियों के उपद्रव और आगजनी की घटना ने प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोल दी है. यदि वास्तव में व्यवस्था ठीक होती तो शायद यह घटना न घटती. खैर, दलील जो भी दिए जाए, लेकिन हकीकत यही है कि यूपी की जेलों में अब बवाल आम बात हो गई है. रविवार सुबह फतेहगढ़ जेल में हुई हिंसा के बाद देर रात अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान जेल परिसर से एक तमंचा बरामद हुआ, जिसके बाद हड़कंप मच गया. जेल परिसर से तमंचा बरामद होने के बाद जेल अधीक्षक पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. एसपी ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, फर्रुखाबाद जिला जेल में साथी कैदी की मौत की सूचना के बाद आक्रोशित कैदियों ने उपद्रव मचाते हुए जेल परिसर में जमकर तोड़फोड़ की. इस दौरान आगजनी की घटना भी सामने आई. वहीं, धुआं उठते देख अलार्म बजने के बाद कैदियों को काबू में करने को दौड़े पुलिसकर्मियों पर कैदियों ने पथराव किया. देखते ही देखते मेन गेट पर भी कैदियों ने कब्जा कर लिया. साथ ही डिप्टी जेलर शैलेश सोनकर के साथ मारपीट की घटना सामने आई. बताया गया कि जेलर अखिलेश कुमार का सरकारी मोबाइल मौके पर छूट गया था. सूचना है कि कैदी जेलर के मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं, जेल अधीक्षक के ऊपर कैदियों पर फायरिंग करने का आरोप लगा. बताया जा रहा है कि उनके फायरिंग में गोली लगने से तीन कैदी घायल हो गए, जिसमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं, इस घटना में 30 सिपाही जख्मी हो गए.
जेल में हालात काबू मेंपुलिस अधीक्षक अशोक मीणा ने बताया कि जेल में हालात काबू में हैं. कई बार यहां ऐसे बवाल हो चुके हैं. फतेहगढ़ जेल में कैदियों के उपद्रव से संबंधित यह कोई पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी यहां ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. गौरतलब है कि इसी जिला जेल में 18 मई, 2014 को भी कैदियों के कब्जे की घटना सामने आई थी. बंदी राजेंद्र की मौत के लिए जेल प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कैदियों ने जिला जेल में बवाल मचाया था. कैदियों ने हंगामा कर आगजनी और तोड़फोड़ की थी. इसके बाद 2 अगस्त, 2015 को भी इसी जेल में तलाशी के विरोध में कैदियों ने बंदी रक्षकों पर पथराव किया था. पर तुरंत कार्रवाई करने पर मामला बढ़ने से पहले ही नियंत्रित कर लिया गया था.
इन जेलों में भी कैदियों ने किया था कब्जाइसी साल जून माह में जौनपुर जेल में भी कुछ इसी तरह का वाकया सामने आया था. यहां कैदियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए जेल के अंदर आगजनी की थी, लेकिन हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले दागे गए थे. बावजूद इसके उत्पात लगातार पांच घंटों तक चला था. इससे पहले 2016 में जौनपुर जिला जेल में महिला बंदीरक्षक के साथ छेड़छाड़ की बात पर जेल प्रशासन ने लाठीचार्ज किया था. जिसमें एक कैदी श्यामा यादव की मौत हो गई थी. इस मामले में जेलर सहित दर्जन भर बंदीरक्षकों के खिलाफ मृतक के परिवारवालों ने हत्या का केस दर्ज कराया था.
बलिया जेल में बंद कैदियों ने की थी प्रभारी कारापाल को मारने की कोशिशवहीं, 13 अगस्त 2021 को बलिया जिला जेल में बंद कैदियों ने बैरक खोलने पहुंचे प्रभारी कारापाल के ऊपर हमला कर उनकी हत्या करने की कोशिश की थी. इस घटना की सूचना के बाद सीओ सिटी और सिटी मजिस्ट्रेट मय फोर्स के साथ जेल में पहुंचे थे और कैदियों को समझा बुझाकर शांत कराया गया था. वहीं, उक्त घटना में 19 कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
जब चित्रकूट जेल में हुई मुख्‍तार के करीबी की हत्याचित्रकूट जेल की उच्च सुरक्षा बैरक में मई 2021 में वाराणसी के मेराज की हत्‍या कर दी गई. मेराज, मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता था. वहीं, जेल में हत्या की घटना के बाद प्रशासन की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठे थे. जब गोरखपुर जेल में कैदियों ने किया था कब्जागोरखपुर जिला जेल में 13 अक्टूबर, 2016 को एक कैदी की मौत से नाराज अन्य कैदियों ने जमकर हंगामा काटते हुए तीन बंदीरक्षकों को बंधक बना लिया था और पूरे दिन जेल पर कब्जा जमाए बैठे रहे थे. हालांकि, उक्त मामले में पुलिस की ओर से बताया गया था कि 13 अक्टूबर की सुबह करीब आठ बजे जेल में तलाशी अभियान में करीब 130 मोबाइल फोन बरामद किए जाने के दौरान कैदी सूरजभान की मौत से नाराज कैदियों ने हंगामा शुरू किया था. हंगामे के दौरान पथराव कर 6 जेलकर्मियों को घायल किया था. वहीं उग्र कैदियों को काबू नियंत्रित करने को आंसू गैस के गोले दागे गए थे.
वाराणसी में कैदियों ने फोड़ दिया था जेलर का सिरअप्रैल 2016 में वाराणसी के जिला जेल में कैदियों ने जेल पर कब्जा करने के साथ ही जेलर और अधीक्षक को बंदी बना लिया था. और तो और कैदियों ने डिप्टी जेलर का सिर तक फोड़ दिया था. ऐसे में कैदियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग भी किया था. इस दौरान कैदियों और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर मारपीट की भी हुई थी.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.



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