लखीमपुर खीरी. जनपद के कृषि विज्ञान केंद्र जमुनाबाद फार्म में किसानों और युवाओं को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पशुपालन के साथ डेयरी का कैसे बिजनेस करें और इससे अधिक मुनाफा कैसे कमाया जाए इसकी जानकारी दी जा रही है. ताकि प्रशिक्ष्ण लेकर किसान खुद का व्यवसाय शुरू कर सके. केवीके के वरीय वैज्ञानिक डॉ. नागेन्द्र कुमार त्रिपाठी बताया कि किसान और युवा खुद का धंधा शुरू करने के लिए मुखर हैं, इसलिए प्रशिक्षण मुहैया कराया जा रहा है.
पशुपालन से किसान से कर सकते हैं अच्छी कमाई
वरीय वैज्ञानिक डॉ. नागेन्द्र कुमार त्रिपाठी बताया कि कई बार किसानों कोई यह मालूम नहीं रहता है कि भैंस और गाय का पालन कर कैसे अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. मार्केट में जिस प्रकार की भैंस या गाय मिल जाती है, उसे खरीद कर ले आते हैं और अपना बिजनेस शुरू कर देते हैं. किसानों को इसका खामियाजा भी नुकसान के तौर पर भुगतना पड़ता है. किसानों और युवाओं को सही प्रजाति की चयन को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के साथ ही पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा पशु पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति पशुपालन को लेकर प्रशिक्षण लेना चाहते हें, यहां से फ्री में ले सकते हैं.
गाय और भैंस के पालन में नस्ल का रखें खास ख्याल
वरीय वैज्ञानिक डॉ. नागेन्द्र कुमार त्रिपाठी बताया कि यदि कोई किसान भैंस का पालन कर रहे हैं तो मुर्रा, सुरती, भदावरी, गोदावरी और तराई प्रजाति की भैंस का पालन करें. वहीं गाय पालन में गिर प्रजाति की गाय का पालन करना चाहिए. इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. उन्होंने बताया कि जानवरों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे वह आराम कर सके. इससे दूध उत्पादन में वृद्धि होती है. डेयरी कृषि की वह शाखा है जिसमें डेयरी उत्पादों का प्रजनन, पालन-पोषण और उपयोग शामिल है. सही तरीके से डेयरी चलाया जाए तो किसान बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं, क्योंकि दूध के प्रोडक्ट की बाजार में जबरदस्त डिमांड रहती है.
Tags: Animal husbandry, Lakhimpur Kheri News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 19:47 IST