Man behind Afghanistan Victory over Pakistan: तारीख 9 मार्च. साल 1996. वर्ल्ड कप का बड़ा मंच. बेंगलुरु के मैदान में भारत-पाकिस्तान की टक्कर. उस समय के सबसे खूंखार गेंदबाजों में से एक वकार यूनुस का एक भारतीय दिग्गज ने ऐसा कीमा बनाया कि पाकिस्तान टीम चाहकर भी कभी नहीं भूल पाएगी. खासकर वकार तो बिल्कुल भी नहीं. एक बार फिर यह भारतीय दिग्गज पाकिस्तान की आंखों में बुरी तरह खटक रहा है. इस खिलाड़ी का सोमवार को हुए वर्ल्ड कप 2023 मैच में अफगानिस्तान की जीत में बड़ा हाथ है. चलिए पढ़ते हैं ये दिलचस्प किस्सा.
नवजोत सिद्धू की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी 1996 वर्ल्ड कप का क्वार्टर फाइनल मैच बेहद ही मजेदार रहा था. भारत और पाकिस्तान जैसी दो ताकतवर टीमें आमने-सामने थीं. दोनों ही टीमें एक से बढ़कर एक मैच विनर से भरी हुईं थी. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए ओपन करने उतरे सचिन तेंदुलकर और नवजोत सिद्धू. दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 90 रनों की साझेदारी हुई. सचिन 31 रन बनाकर पेवलियन लौट गए. इसके बाद टीम को दूसरा झटका संजय मांजरेकर(20) के रूप लगा. नवजोत ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखी. 93 रनों के निजी स्कोर पर नवजोत भी मुस्ताक अहमद की गेंद पर आउट हो गए. फिर बल्लेबाजी करने आए मोहम्मद अजहरुद्दीन(27) और विनोद कांबली(24) भी बड़ा स्कोर कर पाने में कामयाब नहीं हुए हैं. इसके बाद जो हुआ उसने पाकिस्तान गेंदबाजों के होश उड़ा दिए.
वकार के ओवर में 22 रन
छठे नंबर के बल्लेबाज ने पाकिस्तान के गेंदबाजों का कीमा बनाना शुरू कर दिया. एक समय तो को गेदंबाज सदमे में थे कि यह हो क्या रहा है. पाकिस्तान को धक्का तब लगा जब इस बल्लेबाज ने खतरनाक वकार यूनुस के ओवर में 22 रन लूट लिए. पारी का 48वां ओवर लेकर आए वकार के ओवर में दो छक्कों की मदद से जिस बल्लेबाज ने 22 रन लूटे, उसका नाम था अजय जडेजा. जडेजा ने इन रनों की बदौलत 25 गेंदों में 45 रनों की पारी खेली. इसके दम पर भारत 287 रन बना पाने में कामयाब हो सका.
भारत ने जीता मैच
भारत से मिले टारगेट का पीछा करते हुए पाकिस्तान के ओपनिंग बल्लेबाजों ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई. पहले विकेट के लिए आमेर सोहैल और सईद अनवर के बीच 84 रनों की साझेदारी हुई. सोहैल 55 जबकि अनवर 48 रन बनाकर पवेलियन लौटे. इसके बाद पाकिस्तान के लगातार विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा. हालांकि, सलीम मलिक(38) और जावेद मियांदाद(38) ने टीम को जिताने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वह भी अपने विकेट गंवाकर चलते बने. भारत ने यह मैच 39 रनों से अपने नाम किया और वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई. भारत के लिए सबसे ज्यादा 3-3 विकेट वेंकटेश प्रसाद और अनिल कुंबले ने लिए. इनके अलावा जवागल श्रीनाथ और वेंकटपति राजू ने 1-1 विकेट लिया.
पाकिस्तान को फिर दिलाई हार
अफगानिस्तान से मिली 8 विकेट से शर्मनाक हार में अजय जडेजा का बड़ा हाथ रहा. दिलचस्प बात यह है कि 1996 में पाकिस्तान को दर्द देने वाले जडेजा अफगानिस्तान टीम में बतौर मेंटोर और असिस्टेंट कोच की भूमिका निभा रहे हैं. मौजूदा वर्ल्डकप से पहले ही वह टीम से जुड़े थे. उनके मार्गदर्शन में अफगान टीम गजब का प्रदर्शन कर रही है. पहले डिफेंडिंग चैम्पियन इंग्लैंड को मात दी. अब पाकिस्तान को चेन्नई में बुरी तरह रौंद दिया. बता दें कि मैच खत्म होने के बाद जडेजा टीम के साथ मस्ती करने भी नजर आए.
PAK-AFG मुकाबले का लेखा जोखा
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 282 रन लगाए. कप्तान बाबर ने सबसे ज्यादा 74 रन बनाए जबकि शफीक ने भी अर्धशतक लगाते हुए 58 रनों की पारी खेली. इनके अलावा शादाब खान और इफ्तिखार अहमद ने 40-40 रन बनाए. पाकिस्तान से मिले टारगेट का पीछा अफगानिस्तान के चार बल्लेबाजों ने ही कर लिया. ओपनर्स रहमानुल्लाह गुरबाज(65) और इब्राहिम जादरान(87) ने टीम के लिए जीत की नींव राखी जबकि रहमत शाह(77*) और कप्तान हश्मतुल्लाह शाहिदी(48*) ने अफगानिस्तान को जीत दिलाई.