Last Updated:January 25, 2025, 18:24 ISTCM Yogi Adityanath Exclusive Interview: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की पवित्र धरती से यूनाइटेड उत्तर प्रदेश की आवाज बुलंद की है. Network 18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी को दि…और पढ़ेंउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने Network 18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी को दिए खास इंटरव्यू में यूनाइटेड यूपी को लेकर अपनी बात रखी है. हाइलाइट्समुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यूज 18 कोएक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया हैसीएम योगी यूनाइटेड UP पर अपनी बात रखते हुए इसका विरोध किया हैबसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी को 4 हिस्सों में बांटने की वकालत की है इलाहाबाद. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने Network 18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी को दिए खास इंटरव्यू में यूनाइटेड उत्तर प्रदेश का समर्थन किया है. उन्होंने यूपी के बंटवारे की बात का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश यूनाइटेड रहने में ही उसकी ताकत, पहचान और सम्मान है. उन्होंने कहा कि यूपी को यूनाइटेड रहकर ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहिए. बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने उत्तर प्रदेश के बंटवारे की बात कही थी. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने इस मुद्दे को उछाला था. अब सीएम योगी ने उनके इस फॉर्मूले पर अपनी बात स्पष्ट तौर पर सामने रखी है.
दरअसल, बसपा सुप्रीमो मायावती ने कई मौकों पर उत्तर प्रदेश को बांटने की बात की है. पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भी उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश को बांटने की बात कही थी. इस मुद्दे पर जब सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका दो टूक जवाब दिया है. सीएम योगी ने कहा, ‘देखिए UP अपने आप में UP है. उसकी पोटेंशियल है ये और मुझे लगता है कि उत्तर प्रदेश को यूनाइटेड रहकर ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहिए. मुझे यह भी लगता है कि इसी में उसकी ताकत भी है, पहचान भी है और सम्मान भी है.’
क्या है मायावती का फॉर्मूला?दरअसल, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती कई मौकों पर उत्तर प्रदेश के विभाजन की बात कर चुकी हैं. साल 2011 में मायावती उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं, तब उन्होंने उत्तर प्रदेश को 4 हिस्सों में विभाजित करने का प्रस्ताव लाया था. इसके तहत UP को हरित प्रदेश (वेस्टर्न उत्तर प्रदेश), अवध प्रदेश, बुंदेलखंड और पूर्वांचल में बांटने का प्रस्ताव रखा गया था. हालांकि, इसपर आगे अमल नहीं हो सका था. इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भी यूपी को बांटने की वकालत की थी. मायावती की ओर से प्रस्तावित 4 राज्यों को अगर जिले के हिसाब से देखा जाए तो हरित प्रदेश में मेरठ, आगरा, नोएडा, गाजियाबाद, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, अमरोहा और बुलंदशहर जैसे 22 जिले को शामिल करने की मांग है. इसी तरह अवध में अयोध्या, अंबेडकरनगर, लखनऊ, रायबरेली और अमेठी समेत 14 जिलों को रखने की डिमांड है. पूर्वांचल में प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, गोरखपुर, जौनपुर जैसे 32 जिले और बुंदेलखंड में झांसी, चित्रकूट और बांदा जैसे 9 जिलों को शामिल करने का प्रस्ताव है. इतना ही नहीं, बुंदेलखंड में मध्य प्रदेश के भी कुछ जिलों को शामिल करने की मांग की जा रही है.
साल 2029 का बताया लक्ष्यमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2029 के लक्ष्य के बारे में भी बात की है. सीएम योगी से जब पूछा गया कि उत्तर प्रदेश कब तक 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगी, उन्होंने इस सवाल का भी स्पष्टता के साथ जवाब दिया. CM योगी ने कहा, ‘हमने साल 2029 की समयसीमा तय की है. 2029 तक यूपी 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था होगी. उसके लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है. अब उसे लागू किया जा रहा है. पिछले 7 से 8 सालों में हम लगभग 3 साल तक कोविड-19 महामारी का असर रहने के बावजूद अपनी इकोनॉमी को दोगुना से अधिक करने में सफल रहे. मेरा मानना है कि हम 2029 तक 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने का सपना हासिल कर लेंगे.’
Location :Allahabad,Uttar PradeshFirst Published :January 25, 2025, 18:07 ISThomeuttar-pradeshकिस बात में है UP की ताकत? मायावती के बंटवारे वाले फॉर्मूले पर CM योगी का जवाब