यौन संचारित रोग यानी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो अक्सर नजरअंदाज कर दी जाती है. कई बार ये संक्रमण बिना किसी स्पष्ट लक्षण के भी हो सकते हैं, जिससे लोग समय पर इलाज नहीं करा पाते. यदि STD का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बांझपन, पुरानी दर्द की समस्या और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. इसलिए, अगर आप यौन रूप से सक्रिय हैं, तो इन संकेतों को हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
विशेषज्ञों के अनुसार, STD के शुरुआती लक्षणों की पहचान और समय पर इलाज से गंभीर कॉम्प्लिकेटेड से बचा जा सकता है. आइए जानते हैं यौन संबंध के बाद दिखने वाले उन 5 लक्षणों के बारे में, जिन्हें नजरअंदाज करना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
1. जननांग से असामान्य डिस्चार्ज (रिसाव)यदि यौन संबंध के बाद असामान्य डिस्चार्ज होता है, तो यह STD का संकेत हो सकता है. डिस्चार्ज का रंग, गंध और बनावट संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करता है.* गाढ़ा सफेद या पीला डिस्चार्ज- गोनोरिया या क्लैमाइडिया का संकेत.* झागदार और दुर्गंधयुक्त डिस्चार्ज- ट्राइकोमोनिएसिस संक्रमण की निशानी.* हरा या मवाद जैसा डिस्चार्ज- गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण का संकेत.
2. पेशाब के दौरान जलन या दर्दअगर यौन संबंध के बाद पेशाब करते समय जलन, चुभन या दर्द महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज न करें. यह गोनोरिया, क्लैमाइडिया या ट्राइकोमोनिएसिस जैसे संक्रमण का लक्षण हो सकता है. यदि यह लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो तुरंत मेडिकल जांच कराएं.
3. जननांग, मुंह या गुदा के आसपास छाले, फफोले या मस्से* हर्पीस वायरस (HSV)- दर्दनाक फफोले जो फटने के बाद घाव में बदल जाते हैं.* सिफलिस- शुरुआती चरण में बिना दर्द वाला एक छोटा सा घाव (चैंक्रे) बनता है.* एचपीवी (HPV)- जननांग या गुदा के आसपास छोटे-छोटे मांस के मस्से उभर सकते हैं.
4. जननांग में खुजली, लालिमा या जलनअगर यौन संबंध के बाद लगातार जननांग क्षेत्र में खुजली, लालिमा या जलन हो, तो यह STD का संकेत हो सकता है. ट्राइकोमोनिएसिस, हर्पीस और प्यूबिक लाइस (जूं) जैसे संक्रमणों में यह लक्षण आम हैं.
5. यौन संबंध के दौरान दर्द या पेट के निचले हिस्से में दर्दअगर यौन संबंध के दौरान दर्द या पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द बना रहता है, तो यह पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) का संकेत हो सकता है. PID आमतौर पर गोनोरिया और क्लैमाइडिया से होता है, जिससे बांझपन की समस्या हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.