रजत भट्ट/गोरखपुर : गोरखपुर में कई ऐसे बाजार है जो अपनी खासियत के लिए जाने जाते हैं. उन बाजारों में एक खास समान की डिमांड होती है जो वहीं पर मिलती है. शहर में एक ऐसा ही बाजार मौजूद है जहां स्टूडेंट्स को हर नोबेल साहित्य और कहानियों की पुस्तक पढ़ने को मिल जाती है.
अगर इस बाजार में उनकी पसंदीदा नोबेल और कहानी नहीं मिली तो समझो शहर में दूसरा कोई ऐसा मार्केट और नहीं. यह मार्केट गोरखपुर के बक्शीपुर में मौजूद है जहां हर तरह के नोबेल कहानी और साहित्य स्टूडेंट्स को पढ़ने के लिए मिल जाते हैं.
यहां मौजूद हैं 100 से अधिक पुस्तकें
दरअसल, यह बाजार गोरखपुर के बक्शीपुर में मौजूद है और यहां करीब 100 से अधिक पुस्तक की दुकान मौजूद हैं. बक्शीपुर के इस बाजार में द्विवेदी भाई और विद्यार्थी पुस्तक मंदिर सबसे खास दुकान है. विद्यार्थी पुस्तक पर बैठे उत्तम अग्रवाल बताते हैं कि, आज भी उनकी दुकान पर नोबेल साहित्य और कहानियों की किताब मौजूद है.
स्टूडेंट यहां से आज भी उन कीतबों को खरीदते हैं और पढ़ते हैं. खास करके पिछले कुछ समय से इंग्लिश नॉवेल की ज्यादा डिमांड बड़ी है. जिसे वह लोग अपने पास रखते हैं और स्टूडेंट इसे पढ़ना पसंद कर रहे हैं. कुछ ऐसी भी पुस्तक होती है जो आर्डर पर मांगनी पड़ती है. लेकिन कस्टमर को हम लोग वापस नहीं भेजते हैं.
हर तरह की किताबें मार्केट में मौजूद
इस बाजार में हर तरह के किताब मौजूद रहते हैं. साथ ही यह मार्केट इतना बड़ा है कि अगल-बगल के जिले के लोग भी यहां किताबें कॉफी खरीदने आते हैं. लेकिन इस वक्त बाजार में सबसे ज्यादा नोबेल पुस्तकों की डिमांड है.
बाजार में किताब खरीदने आए स्टूडेंट अमित बताते हैं कि, नोबेल इसलिए खरीदा जाता है कि खाली टाइम में उसे पढ़ा जा सके और उससे कुछ नॉलेज भी होता है. खासकर के इस समय स्टूडेंट जो है वह नोबेल तो पढी रहे हैं. लेकिन साहित्य का भी पिछले कुछ समय से डिमांड बढा है. इस बाजार में प्रेमचंद से लेकर बच्चन के मधुशाला और डेविड जे, जेम्स क्लियर जैसे राइटर के नोबेल मौजूद है.
.Tags: Gorakhpur news, Local18FIRST PUBLISHED : September 23, 2023, 00:18 IST
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