Even If You Are in Your 20s or 30s Never Ignore These Early Warning Signs of Heart Disease | 20 के हों या 30 के, दिल के मामले में बेफिक्री सही नहीं, हार्ट डिजीज के 5 शुरुआती इशारे को तुरंत पहचानें

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Even If You Are in Your 20s or 30s Never Ignore These Early Warning Signs of Heart Disease | 20 के हों या 30 के, दिल के मामले में बेफिक्री सही नहीं, हार्ट डिजीज के 5 शुरुआती इशारे को तुरंत पहचानें



Early Warning Signs of Heart Disease: हार्ट डिजीज को अक्सर एक ऐसा मेडिकल कंडीशन माना जाता है जो बुजर्गों या मिडिल एज के लोगों अफेक्ट करती है, लेकिन हाल के ट्रेंड्स देखकर ऐसा लगता है 20 और 30 साल के यंग एडल्टस भी इस खतरे के साये में हैं. आराम पसंद जिंदगी, फिजिकल एक्टिविटीज की कमी, अनहेल्दी डाइट, हद से ज्यादा स्ट्रेस इसके पीछे के मेन फैक्टर्स हैं. यंग एज में दिल की बीमारी के शुरुआती इशारे को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए वरना लॉन्ग टर्म में ये जान के दुश्मन बन सकते हैं.
हार्ट डिजीज के अर्ली साइन
1. सीने में दर्द (Chest Pain)सीने में बेचैनी या दर्द सबसे आम शुरुआती लक्षणों में से एक है. ये दबाव, जकड़न या जलन जैसा महसूस हो सकता है, यहां तक कि आराम करते वक्त या हल्की एक्टिविटीज के दौरान भी. जबकि इसे अपच या मांसपेशियों में खिंचाव समझा जा सकता है, लगातार या बार-बार होने वाली बेचैनी को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए.
2. सांस लेने में तकलीफ (Shortness of breath)सांस की तकलीफ, यहां तक कि हेवी एक्ससाइज के बिना भी, ये इशारा दे सकती है कि हार्ट बेहतर तरीके से पंप करने के लिए जद्दोजहद कर रहा है. अगर आप सीढ़ियां चढ़ने या थोड़ी दूरी तक चलने के बाद अजीब तरह से हांफते हुए पाते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है.
3. बिना ठोस वजह के थकान होना (Unexplained fatigue)अगर आप बिना किसी हेवी वर्क के थक जा रहे हैं, तो ये दिल की बीमारी का एक बड़ा इशारा है. वैसे ही जब आप भरपूप आराम कर रहे हैं लेकिन फिर भी लगातार थका हुआ महसूस करते हैं, तो ये कार्डियोवेस्कुलर डिजीज के कारण ब्लड फ्लो में कमी का इशारा हो सकता है.
4. इर्रेगुलर हार्ट बीट (Irregular heartbeat)इर्रेगुलर दिल की धड़कन या हार्ट बीट का बढ़ना, ऐसा महसूस होना जैसे आपका दिल तेजी से धड़क रहा है, फड़फड़ा रहा है या धड़कन छोड़ रहा है. ये एरिथमिया या दूसरे हार्ट कंडीशन के शुरुआती साइन हो सकते हैं.
5. पैरों में सूजन (Swelling in the legs)पैरों, टखनों या पंजों में सूजन खराब ब्लड सर्कुलेशन या कमजोर दिल के कारण फ्लूइड बिल्डअप का इशारा दे सकती है. इसलिए तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए.

नजरअंदाज करना खतरनाकयंग एडल्ट्स अक्सर इन वॉर्निंग साइन को अनदेखा करते हैं, ये मानते हुए कि वो दिल से जुड़ी परेशानियों के लिए बहुत कम उम्र के हैं. हालांकि, अर्ली डिटेक्शन जरूरी है. रेगुलर एक्सरसाइज, बैलेंस्ड डाइट, स्ट्रेस मैनेजमेंट आपके लिए काफी मददगार हो सकता है. इससे अलावा स्मोंकि और ड्रिंकिंग से पूरी तरह तौबा कर लें, क्योकि ये दिल का काफी बड़ा दुश्मन हैं. आखिर में इस बात का ख्याल रखें कि रेगुलर हेल्थ चेकअप से बीमारियों का पता वक्त रहते चल सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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