एथलीट बनने के लिए पिता के सामने करनी पड़ी थी भूख हड़ताल, अब मेरठ की इस उड़नपरी ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वालीफाई

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एथलीट बनने के लिए पिता के सामने करनी पड़ी थी भूख हड़ताल, अब मेरठ की इस उड़नपरी ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वालीफाई



मेरठ. मेरठ की बेटी रूपल चौधरी ने गुजरात में आयोजित नेशनल जूनियर फेडरेशन कप में न सिर्फ नया  रिकॉर्ड बनाया बल्कि साउथ अमेरिका में होने वाले जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई किया है. रूपल ने प्रिया मोहन जैसी खिलाड़ी को पछाड़ते हुए 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल किया. रूपल ने मात्र 52.48 सेकंड के साथ ये सफलता हासिल की, जबकि प्रिया मोहन का समय 52.49 सेकंड रहा. 2001 में 400 मीटर का 53.25 का रिकॉर्ड था, जो रूपल ने तोड़ दिया और नया रिकॉर्ड बना डाला.
अब रूपल चौधरी अगस्त महीने में दक्षिण अमेरिका में होने वाले जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी. बता दें कि रूपल चौधरी मेरठ के कैलाश स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रही हैं. उनके कोच विशाल सक्सेना और अमिता सक्सेना ने रूपल की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. उन्होंने रूपल को जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए बधाई और शुभकामनाएं भी दी.
कभी एथलीट बनने के लिए किया था भूख हड़ताल रूपल के लिए जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप का सफर इतना आसान नहीं रहा. उन्हें इसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. एक धावक के तौर  पर अपने करियर को आगे ले जाने के लिए उन्हें पिता के सामने ही भूख हड़ताल पर भी बैठना पड़ा. पश्चिमी यूपी के मेरठ से लगभग 15 किलोमीटर दूर जैनपुर गांव में लड़कियां नहीं दौड़ती हैं. स्पोर्ट्स स्टार से बातचीत में रूपल के पिता ओमवीर चौधरी ने कहा, ‘हमारा एक पारंपरिक गांव है.’ ओमवीर गन्ना किसान हैं. रूपल ने साल 2016 में एथलेटिक्स को करियर बनाने का फैसला लिया. आज परिवार भी बेटी की सफलता पर बेहद खुश है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Meerut news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : June 09, 2022, 11:36 IST



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