एक योद्धा की सफल कहानी, महिला ने गोल्ड जीतकर उत्तरप्रदेश पुलिस का नाम किया रोशन

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एक योद्धा की सफल कहानी, महिला ने गोल्ड जीतकर उत्तरप्रदेश पुलिस का नाम किया रोशन



निखिल त्यागी/सहारनपुर. जनपद सहारनपुर की महिला कांस्टेबल ने कनाडा में आयोजित प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम ऊंचा किया है. उन्होंने मेडल रेस में अपनी शानदार प्रदर्शन करके उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रतिष्ठिती और महत्वपूर्ण योगदान को साकार किया है. मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले परिवार की यह सिपाही सात वर्षों से खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं और अपने संघर्षमय परिश्रम से महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है.

उत्तराखंड की मूल निवासी कंस्टेबल सरिता शर्मा मेरठ के बड्डा कैथवाड़ा गांव में रहती है और सहारनपुर की पुलिस लाइन में तैनात है. सहारनपुर पुलिस लाइन में नियुक्त महिला कांस्टेबल सरिता शर्मा ने बताया कि वह 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस में नियुक्त हुई थी. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए कोलकाता और चेन्नई सहित कई स्थानों पर वह राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीत चुकी है. सरिता ने बताया कि वर्ष 2016 से वह खेल के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए एक एथलीट खिलाड़ी के तौर पर खेल रही है.

पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीता मेडलसरिता शर्मा ने बताया कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में खेलते हुए उसने बहुत सफलता हासिल की है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी यह पहली प्रतियोगिता है. कनाडा के एक शहर में हुई तीन किमी स्टीपर चेस में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है और देश और उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम रोशन किया है. सरिता की इस सफलता और उपलब्धि पर पुलिस महकमे में खुशी की लहर है.

गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत बढ़ाया देश का मानसरिता शर्मा, एक एथलीट, ने बताया कि वह 1  अगस्त से 6 आगस्त तक कनाडा में आयोजित प्रतियोगिता में स्टीपर चेस की तीन किलोमीटर की रेस में गोल्ड मेडल और 10 किमी रेस में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं. उनके चार बहनों और एक भाई के बीच सबसे छोटी बहन सरिता ने बताया कि शादी के बाद पति का साथ नहीं मिला और उनके रिश्ते की डोर किसी कारणवश टूट गई थी. उनकी जिंदगी में अचानक आई यह बदलावों की वजह से उन्हें बहुत दुख हुआ था. लेकिन पिता की मृत्यु के बाद, उनकी बड़ी बहन ने उन्हें सहयोग दिया, जिससे उन्होंने अपनी हिम्मत बनाए रखने का प्रयास किया और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मेहनत की. सरिता ने अपनी माता, बहनों और विभागीय अधिकारियों को अपनी सफलता का श्रेय दिया और उन्होंने लड़कियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने मनोबल को मजबूत रखें, समाज में अलग पहचान बनाने के लिए लक्ष्य तय करें।
.Tags: Latest hindi news, Local18, Saharanpur news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 11, 2023, 23:28 IST



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