लिवर एक महत्वपूर्ण अंग है जो शरीर को डिटॉक्स करने, मेटाबॉलिज्म और पोषक तत्वों को स्टोर करने जैसे काम करता है. इसमें कोई दोराय नहीं शराब पीने वाले लोगों में लिवर डिजीज ज्यादा आम होता है. लेकिन वायरल इंफेक्शन, मोटापा और जेनेटिक जैसे कारकों के कारण इसके चपेट में कोई भी व्यक्ति आ सकता है.
ऐसे में लिवर को हेल्दी बनाएं रखने के लिए इससे जुड़ी समस्याओं को जल्दी पहचानना बहुत जरूरी हो जाता है जिससे वक्त पर उपचार हो सके. क्योंकि लिवर प्रॉब्लम के कई शुरुआती लक्षण बहुत ही मामूली होते हैं. ऐसे में इसे समझ पाना बहुत मुश्किल हो जाता है. इस लेख में आप लिवर डिजीज के ऐसे ही कुछ संकेतों को जान सकते हैं.
थकान और कमजोरी
लगातार थकान और कमजोरी लिवर डिजीज का आम शुरुआती संकेत है। ऐसे में यदि आप लगातार थकान और कमजोरी का सामना कर रहे हैं तो तुरंत हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श करें.
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
पेट के ऊपरी हिस्से में होने वाला दर्द लिवर में सूजन और एनलार्जमेंट का संकेत हो सकता है. यह दर्द मामूली से लेकर बहुत ही तेज हो सकता है जो फैटी फूड्स खाने के बाद और ज्यादा बढ़ता जाता है.
पेशाब के रंग में बदलाव
लिवर में गड़बड़ी के कारण पेशाब का रंग बदल सकता है. आमतौर इसी कंडीशन में पेशाब का रंग चाय के रंग या भूरे रंग में बदल जाता है। ऐसा पेशाब में बिलीरुबिन की उपस्थिति के कारण होता है, जिसे आम तौर लिवर प्रोसेस के बाद बाहर निकालने का काम करती है.
मल के रंग में बदलाव
हल्के रंग या मिट्टी के रंग का मल लिवर में डिसफंक्शन का एक बड़ा संकेत है. ऐसा लिवर में बनने वाले बाइल या पित्त की मात्रा में कमी के कारण होता है जिसका कारण मल अपने नेचुरल रंग पीला या हल्के भूरे रंग में दिखता है.
पैर और पेट के पास सूजन
सिरोसिस जैसे लिवर डिजीज में फ्लूड रिटेंशन के कारण सूजन हो सकती है. यह अक्सर पेट की सूजन या फैलाव के रूप में होता है, लेकिन तरल पदार्थ के निर्माण के कारण पैरों और टखनों में सूजन भी हो सकती है.
त्वचा में खुजली
लिवर डिजीज वाले मरीजों में त्वचा के नीचे बाइल साल्ट के जमाव के कारण लगातार खुजली, जिसे प्रुरिटस के रूप में भी जाना जाता है, हो सकती है. यह खुजली कहीं भी हो सकती है लेकिन पैरों की हथेलियों और तलवों पर अधिक स्पष्ट हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.