16 साल पहले भारत और श्रीलंका के बीच एक टेस्ट मैच में पहली बार DRS (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) तकनीक को लागू किया गया. इस मैच में ऐसा कुछ हुआ जिससे भारत के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग का नाम इतिहास में दर्ज हो गया था. भारतीय टीम साल 2008 में श्रीलंका के दौरे पर थी, तब ट्रायल के तौर पर DRS का इस्तेमाल किया गया था. वीरेंद्र सहवाग DRS तकनीक से आउट होने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे.
DRS से आउट होने वाला पहला बल्लेबाज
23 जुलाई 2008 को भारत और श्रीलंका के बीच शुरू हुए कोलंबो टेस्ट में DRS (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) तकनीक सुर्खियों में रही थी. इस टेस्ट मैच के चौथे दिन भारत के ओपनर वीरेंद्र सहवाग को दूसरी पारी में DRS तकनीक के इस्तेमाल से मुथैया मुरलीधरन की गेंद पर LBW आउट दिया गया. श्रीलंका के स्पिनर मुथैया मुरलीधरन की गेंद सहवाग के पैड पर लगी, जिसके बाद मैदानी अंपायर ने LBW की अपील को ठुकरा दिया. इसके बाद श्रीलंकाई टीम ने DRS लिया.
दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए
DRS तकनीक से रिप्ले में पता चला कि गेंद मिडिल स्टंप पर हिट कर रही है, जिसके बाद वीरेंद्र सहवाग को आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा. इस तरह सहवाग DRS तकनीक से थर्ड अंपायर द्वारा आउट दिए जाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए. बता दें कि इस मैच में भारत को श्रीलंका ने पारी और 239 रनों से मात दी थी. सहवाग ने पहली पारी में 25 तो दूसरी पारी में 13 रन बनाए.
गेंदबाज खाते थे खौफ
वीरेंद्र सहवाग की बैटिंग के सामने दुनियाभर के बल्लेबाज खौफ खाते थे. वीरेंद्र सहवाग ने 104 टेस्ट में 49.34 के औसत से 8586 रन बनाए जिसमें 23 शतक और 32 अर्धशतक शामिल रहे. उनका बेस्ट स्कोर 319 रहा है. वीरू ने 251 वनडे में 8273 रन बनाए जिसमें 15 शतक और 38 अर्धशतक शामिल है. इस फॉर्मेट में वीरू का बेस्ट स्कोर 219 है. इसके अलावा 19 टी20 मैचों में वीरू ने 394 रन बनाए, जिसमें 68 रन उनका सर्वाधिक स्कोर रहा.