ऋषभ चौरसिया/लखनऊ: यूपी की राजधानी अपनी ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है. इस शहर की धरोहर में एक ऐसा मंदिर भी शामिल है, जिसका नाम ‘इमली बांध बाबा मंदिर’ है. यह मंदिर अपने आस-पास के क्षेत्रों के लोगों के लिए न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि उनके जीवन के शुभ कार्यों का आधार भी है.
मंदिर में सेवा करने वाले साधु ने बताया कि इमली बांध बाबा मंदिर का इतिहास काफी पुराना है और इसकी आस्था आस-पास के गांव के लोगों से गहरी है. साथ ही स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां कुछ भी शुभ कार्य होता है, तो वे मंदिर से शुरू होता है. चाहे विवाह के लिए लड़की-लड़का देखना हो या मुंडन करवाना हो सब कुछ इसी मंदिर में होता है.
भक्तों की मनोकामना पूर्ण होतीदूर-दूर से आने वाले भक्तों का कहना है कि इमली बांध बाबा की कृपा से उनकी कई मनोकामनाएं पूरी हुई हैं. यहां दर्शन करने से उनके जीवन को एक नई दिशा मिली है. ऐसे कई भक्त हैं, जो बाबा के दर्शन और आशीर्वाद के लिए दूसरे शहरों से भी आते हैं. यहां की परंपरा है कि जब भी गांव में शादी होती है और नई दुल्हन ससुराल में पहले दिन मीठा बनाती है तो सबसे पहले उसका भोग मंदिर में चढ़ाया जाता है, तब लोग उसे खा सकते हैं.
कैसे पहुंचेंइमली बांध बाबा मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि लोगों के जीवन के विभिन्न पहलुओं को भी प्रभावित करता है. यह मंदिर लोगों के लिए आस्था, आशीर्वाद और संस्कृति का प्रतीक है. अगर आप भी इमली बांध बाबा मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो आप को आना होगा चिनहट के अनौरा कला गांव आना होगा. आप चारबाग रेलवे स्टेशन से बस, ऑटो, कैब द्वारा चिनहट पहुंच सकते हैं. उसके बाद आप को मंदिर के लिए गांव में जाने वाले ऑटो का सहारा लेना होगा, जो आपको मंदिर के पास उतार देगा.
.Tags: Local18, Lucknow news, Unique news, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : June 29, 2023, 21:03 IST
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