कृष्ण गोपाल द्विवेदी
बस्ती. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला कारागार में समय-समय पर होने वाली चेकिंग के दौरान कैदियों का मेडिकल परीक्षण भी कराया जाता है. जिससे जेल के अंदर बंदियों को किसी प्रकार की बीमारी न हो. डॉक्टरों की टीम के द्वारा कैदियों की जांच की जाती है. इस क्रम में सक्रिय क्षय (टीबी) रोगी खोज अभियान के तहत जिला कारागार में बंद 709 कैदियों की स्क्रीनिंग की गई. यहां लगाये गये मेडिकल कैंप में कई कैदियों के बलगम का नमूना जांच के लिए लिया गया.
प्रभारी जिला जेल अधीक्षक और एडीएम, बस्ती कमलेश चन्द्र ने बताया कि जबसे मुझे जेल का प्रभार मिला है, जेल में कैदियों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है ताकि उन्हें अन्य प्रकार के बीमारियों से बचाया जा सके. जेल अधीक्षक ने कहा कि बीते कई वर्षों की बात करें तो यहां टीबी के मरीजों की संख्या में काफी कमी आई है. वर्ष 2022 में बस्ती जिला कारागार में टीबी मरीजों की संख्या 12 थी. जो अब घट कर मात्र दो रह गई है. इन दोनों मरीजों को जेल के अलग बैरक में रख कर उनको तरह-तरह के पौष्टिक आहार मुहैया कराया जा रहा है.
टीबी के क्या हैं लक्षण
– दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी आ रही हो– शरीर में शाम को ज्यादा फीवर बढ़ जाता हो– सीने में लगातार दर्द बना रहता हो– बलगम के साथ खून आ रहा हो– भूख न लग रही हो और वजन लगातार घट रहा हो
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Basti news, Central Jail, Prisoners, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : February 24, 2023, 16:36 IST
Source link