भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 की ट्रॉफी जीतने के बाद टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन पर हैरानी जताई है. भारत ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था. टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद टेस्ट फॉर्मेट में खेलते हुए भारतीय टीम के प्रदर्शन में अचानक गिरावट आ गई है. हरभजन सिंह ने टीम इंडिया को लेकर चिंता जताई है. हरभजन सिंह ने अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के जरिए टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन का कारण बताया है.
‘द्रविड़ के रहने तक सब ठीक था’
हरभजन सिंह ने भारतीय टीम मैनेजमेंट को सलाह दी है कि वह सेलेक्शन के दौरान खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तुलना में उनकी प्रतिष्ठा को तवज्जो न दें. हरभजन सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘राहुल द्रविड़ के कोच रहने तक सब कुछ ठीक था. टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप जीता और सब कुछ ठीक था. लेकिन अचानक क्या हो गया?’ हरभजन सिंह ने गौतम गंभीर के कार्यकाल के दौरान कोचिंग में आए बदलावों के बाद से नतीजों में आई भारी गिरावट की ओर इशारा किया है. हरभजन सिंह ने कहा कि टीम इंडिया ने टी20 में अपना दबदबा बनाए रखा, लेकिन टेस्ट और वनडे में उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा नहीं रहा है.
हरभजन सिंह ने टीम इंडिया पर उठाए सवाल
टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में 0-3 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3-1 से शिकस्त झेलनी पड़ी. एक दशक में ऐसा पहली बार हुआ है जब ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया है. हरभजन सिंह ने कहा, ‘पिछले छह महीनों में, हम श्रीलंका से हारे, न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में हारे और अब ऑस्ट्रेलिया में 3-1 से हारे. ऐसा लगता है कि सब कुछ बिखर गया है.’
कोहली और रोहित का खराब प्रदर्शन
भारत को ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर खराब बल्लेबाजी का खामियाजा पूरी टेस्ट सीरीज में भुगतना पड़ा है. सबसे खराब प्रदर्शन भारत के टॉप बल्लेबाज और कप्तान रोहित शर्मा का रहा. रोहित शर्मा ने इस दौरे पर 5 टेस्ट पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए. वहीं, विराट कोहली भी टीम इंडिया के लिए विलेन साबित हुए हैं. इस टेस्ट सीरीज की 9 पारियों में विराट कोहली ने 23.75 की घटिया औसत से 190 रन बनाए हैं.
टीम मैनेजमेंट को हरभजन की सलाह
हरभजन सिंह ने भारतीय टीम मैनेजमेंट को सलाह दी है कि उन्हें सुपरस्टार का रुतबा रखने वाले खिलाड़ियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए. हरभजन सिंह के मुताबिक भारतीय टीम मैनेजमेंट को सेलेक्शन के दौरान खिलाड़ियों की फॉर्म और क्षमता का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए. हरभजन सिंह ने कहा, ‘हर खिलाड़ी की अपनी प्रतिष्ठा होती है. अगर यही बात है, तो कपिल देव, अनिल कुंबले या भारत के सबसे बड़े मैच विजेता खिलाड़ियों को भी इसमें शामिल कर लें. बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को इस पर ध्यान देना चाहिए. भारत को सुपरस्टार वाला कल्चर खत्म कर देना चाहिए.’
अभिमन्यु ईश्वरन और सरफराज खान की क्या गलती?
हरभजन सिंह ने अभिमन्यु ईश्वरन और सरफराज खान जैसे होनहार खिलाड़ियों को मौका न दिए जाने की भी आलोचना की, जो टीम का हिस्सा थे, लेकिन नहीं खेल पाए. हरभजन ने कहा, ‘अभिमन्यु ईश्वरन को दौरे पर ले जाया गया था, लेकिन वह नहीं खेले. अगर उन्हें मौका दिया जाए तो वह टीम इंडिया के लिए अच्छे खिलाड़ी बन सकते हैं. सरफराज का भी यही हाल है. जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है, उसे (इंग्लैंड) जाना चाहिए. आपको प्रतिष्ठा के आधार पर खिलाड़ियों का चयन नहीं करना चाहिए.’
कड़े फैसले लेने की जरूरत
हरभजन सिंह का मानना है कि सात महीने बाद इंग्लैंड दौरे से पहले कोई भी टेस्ट मैच नहीं होने के कारण टीम इंडिया के पास आत्मचिंतन और पुनर्निर्माण का समय है. हरभजन सिंह ने BCCI और चयनकर्ताओं से प्रदर्शन के आधार पर चयन करने और टीम को वापस पटरी पर लाने के लिए निर्णायक कदम उठाने का आग्रह किया है. हरभजन सिंह ने कहा, ‘गेंद अब चयनकर्ताओं के पाले में है. उन्हें निर्णय लेना है.’