वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने 2022 डोप टेस्ट की रिपोर्ट जारी की है. जिसमें 2000 से ज्यादा सैंपल का परीक्षण करने वाले देश हैं. इस लिस्ट में भारत के आंकड़े बेहद खराब नजर आए. भारत में असफल डोप परीक्षणों का प्रतिशत सबसे अधिक दर्ज किया गया. इस लिस्ट में भारत 11वें स्थान पर रहा. टॉप-5 की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका दूसरे स्थान पर है. भारत ने रिकॉर्ड अवधि के दौरान 3865 सैंपल्स का टेस्ट किया.
कितना है प्रतिशत?
3865 नमूनों के टेस्ट में 125 में प्रतिकूल विश्लेषणात्मक निष्कर्ष आए. वाडा ने बुधवार देर रात जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह सैंपल्स का 3.2 प्रतिशत है. परीक्षण किए गए सैंपल्स की संख्या के मामले में भारत सूची में 11वें स्थान है. डोपिंग उल्लंघन की संख्या के मामले में भारत के आंकड़े रूस (85), अमेरिका (84), इटली (73) और फ्रांस (72) जैसे प्रमुख खेल देशों की तुलना में काफी अधिक थे. दक्षिण अफ्रीका में 2033 सैंपल्स के परीक्षण किए गए, इसका 2.9 प्रतिशत आया.
टॉप-3 में कजाकिस्तान
तीसरे नंबर पर कजाकिस्तान रहा, जिसके 2174 सैंपल्स के परीक्षण पूल में से 1.9 प्रतिशत में प्रतिकूल नतीजे आए. चौथा उच्चतम प्रतिशत नॉर्वे और संयुक्त राज्य अमेरिका से आया. अमेरिका ने 6782 नमूनों का परीक्षण किया जबकि नॉर्वे की गिनती 2075 थी. चीन की तरफ से सबसे अधिक 19228 सैंपल्स का परीक्षण किया गया था. जिसका प्रतिशत 0.2 प्रतिशत रहा. जर्मनी ने 13,653 नमूनों का परीक्षण किया जिनमें से 0.3 प्रतिशत प्रतिबंधित पदार्थों के लिए पॉजीटिव पाए गए.
रूस पर कड़ा एक्शन
रूस पर कड़ा एक्शन लिया गया है. बार-बार डोपिंग उल्लंघन के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा निलंबित कर दिया गया है. प्रतिकूल विश्लेषणात्मक खोज 0.8 प्रतिशत के साथ 10,186 नमूनों का परीक्षण किया. वाडा के महानिदेशक ओलिवियर निगली ने एक बयान में कहा, ‘वाडा की वार्षिक परीक्षण आंकड़े रिपोर्ट सभी डोपिंग नियंत्रण नमूनों का सबसे व्यापक अवलोकन है. वाडा को यह जानकर खुशी हो रही है कि परीक्षण के आंकड़ों में एंटी डोपिंग परीक्षणों की संख्या बोर्ड भर में बढ़ रही है और पूर्व-महामारी स्तर (2019) के सबसे करीब है. परीक्षण आंकड़े रिपोर्ट डोपिंग रोधी संगठनों के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है.’