डिमेंशिया एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी, जो उम्र के साथ दिमाग की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है, आज के समय में एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है. इसका कोई इलाज नहीं होने के कारण, वैज्ञानिक लगातार ऐसे आहार और जीवनशैली परिवर्तनों की खोज कर रहे हैं, जो इस रोग के जोखिम को कम कर सकें.
ऐसे में हाल ही में एक अध्ययन में यह सामने आया है कि रोजाना केवल कुछ मिनट की हल्की एक्सरसाइज भी डिमेंशिया के जोखिम को आधे से भी अधिक कम कर सकती है. यह स्टडी जर्नल ऑफ पोस्ट-एक्यूट एंड लॉन्ग-टर्म केयर मेडिसिन में प्रकाशित हुआ और इसमें 90,000 वयस्कों को शामिल किया गया.
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डिमेंशिया क्या है?
डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है, जो याददाश्त, भाषा, और रोजमर्रा की गतिविधियों को प्रभावित करती है. मस्तिष्क में हानिकारक प्लाक का निर्माण इस स्थिति का कारण बनता है. यह बीमारी समय के साथ और भी गंभीर होते जाती है और आखिरी में मरीज की मौत हो जाती है.
स्टडी का खुलासा
अध्ययन से पता चला कि सप्ताह में केवल 35 मिनट की मध्यम एक्सरसाइज या बुजुर्गों के लिए महज 5 मिनट की एक्सरसाइज भी डिमेंशिया के खतरे को 41% तक कम कर सकती है.
क्या कहते हैं शोधकर्ता?
इस अध्ययन के मुख्य लेखक अमल वानिगतुंगा ने कहा, “हमारे परिणामों से यह साफ है कि शारीरिक गतिविधि को बढ़ाना, भले ही केवल पांच मिनट प्रति दिन, बुजुर्गों में डिमेंशिया के जोखिम को कम कर सकता है. शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में शामिल लोगों को कई सालों तक ट्रैक किया और पाया कि जैसे-जैसे शारीरिक गतिविधि बढ़ी, डिमेंशिया का खतरा कम हुआ.
कितनी देर एक्सरसाइज है फायदेमंद?
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि जो लोग 36 से 70 मिनट तक प्रति सप्ताह एक्सरसाइज करते थे, उनका डिमेंशिया का जोखिम 60% तक कम हुआ. वहीं, 71 से 140 मिनट तक एक्सरसाइज करने वाले व्यक्तियों में यह खतरा 63% तक घटा. सबसे अधिक लाभ उन व्यक्तियों को हुआ, जिन्होंने 140 मिनट से अधिक एक्सरसाइज की, उनके जोखिम में 69% की कमी आई.
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