Anxiety Treatment: एंग्जाइटी (Anxiety) एक ऐसी मानसिक समस्या है जो व्यक्ति के मानसिक स्थिति को प्रभावित करती है. यह एक सामान्य समस्या है जो लोगों को जीवन के कुछ न कुछ पहलुओं से निपटने में मदद करती है. इसके लक्षण चिंता, घबराहट, व्याकुलता, नींद की कमी, भूख की कमी आदि शामिल हो सकते हैं. यह अक्सर थकान, तनाव, चिंता या भय से होता है, लेकिन कुछ बार यह बिना किसी संकेत के भी हो सकता है. यह शारीरिक और मानसिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है जो अनिवार्य रूप से उन लोगों के लिए होता है जो इससे पीड़ित हैं. यह उत्पादकता को भी प्रभावित करता है और एक व्यक्ति को उनके दैनिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में अनुमानित 27.5 करोड़ लोग एंग्जाइटी डिसऑर्डर से पीड़ित हैं, जो इसे विश्व स्तर पर सबसे प्रचलित मानसिक स्वास्थ्य डिसऑर्डर बनाता है. एंग्जाइटी पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम हैं और ये बच्चों सहित किसी भी उम्र के लोगों में हो सकते हैं. कोरोना महामारी ने वैश्विक स्तर पर एंग्जाइटी के मामलों में वृद्धि में भी योगदान दिया है, लोगों को अपने जीवन पर महामारी के प्रभाव के कारण भय, अनिश्चितता और तनाव का अनुभव हो रहा है. आज हम आपको एंग्जाइटी कम करने का देसी नुस्खा बताएंगे.
एंग्जाइटी का देसी नुस्खेयदि आप घरेलू नुस्खों को आजमाना चाहते हैं तो यह एक सरल उपाय हो सकता है. कुछ लोग तुलसी, अश्वगंधा, ब्राह्मी, शंखपुष्पी जैसे जड़ी बूटियों का उपयोग करते हैं जो स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं. तुलसी एक बहुत ही प्रभावी औषधि है जो एंटीऑक्सीडेंट्स से भरी होती है और शरीर को आराम प्रदान करती है. इसके अलावा, अश्वगंधा एक सुप्रभात उत्तेजक भी होता है जो एंजाइटी के साथ लड़ने में मदद करता है। ब्राह्मी संवेदनशीलता को कम करने में मदद करता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com – सबसे पहले, सबसे आगे.