आजकल की व्यस्त और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल में लोग अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ 5 मिनट के लिए दीवार के सहारे पैर ऊपर उठाने से भी आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं? इस सरल लेकिन प्रभावी योगासन को ‘विपरीतकरणी’ मुद्रा कहा जाता है. यह योग का एक हिस्सा है जो न केवल शरीर को आराम देता है, बल्कि मानसिक शांति और शारीरिक मजबूती भी प्रदान करता है.
आइए जानते हैं दीवार के सहारे पैर ऊपर करने के चार अद्भुत फायदों के बारे में.
1. तनाव और थकान को दूर करता हैदिनभर की भागदौड़ और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल से थकावट महसूस होना स्वाभाविक है. दीवार के सहारे 5 मिनट तक पैर ऊपर करने से शरीर और दिमाग को राहत मिलती है. इस योगासन से शरीर के निचले हिस्से में खून के फ्लो बेहतर होता है और दिमाग को अधिक ऑक्सीजन मिलती है. इससे मानसिक तनाव कम होता है और आप शारीरिक और मानसिक रूप से ताजगी महसूस करते हैं.
2. ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता हैइस आसन का एक प्रमुख लाभ यह है कि यह ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है. जब आप दीवार के सहारे पैर ऊपर करते हैं, तो गुरुत्वाकर्षण के कारण आपके पैरों में खून का फ्लो वापस दिल की ओर होता है. यह प्रक्रिया ब्लड सर्कुलेशन को सुचारू बनाती है और पैरों में सूजन या भारीपन की समस्या को दूर करती है. खासकर उन लोगों के लिए, जो लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने का काम करते हैं, यह आसन बहुत फायदेमंद है.
3. पाचन तंत्र को करता है मजबूतयह आसन पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है. पैर ऊपर करने से पेट के अंगों पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है. यह आसन पेट की समस्याओं जैसे गैस, कब्ज और एसिडिटी से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है. इसके अलावा, नियमित रूप से यह आसन करने से मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है, जिससे आपका वजन नियंत्रण में रहता है.
4. नींद में सुधार करता हैअगर आपको नींद नहीं आती है या नींद की क्वालिटी खराब है, तो यह आसन आपके लिए लाभकारी हो सकता है. दीवार के सहारे पैर ऊपर करने से शरीर और मस्तिष्क को शांत करने में मदद मिलती है, जिससे आप बेहतर नींद ले सकते हैं. इस आसन से नसों को आराम मिलता है और तनाव कम होता है, जिससे आपको गहरी और सुकून भरी नींद आती है.
कैसे करें यह आसन?इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक शांत और आरामदायक जगह चुनें. दीवार के पास बैठकर अपने पैरों को धीरे-धीरे दीवार पर उठाएं और अपने शरीर को पीठ के बल लेटाएं. आपके कूल्हे दीवार से सटे होने चाहिए और आपके पैर दीवार के साथ सीधे ऊपर की ओर होने चाहिए. अब अपने हाथों को अपने शरीर के किनारों पर रखें और गहरी सांस लें. इस स्थिति में 5 मिनट तक बने रहें और फिर धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आएं.