फिटनेस या खेल की दुनिया से जुड़ा हर एक इंसान के दिमाग में यह सवाल जरूर घूमता है कि क्या सप्लीमेंट्स सच में एथलीट्स की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाते हैं? चाहे बात हो जिम में पसीना बहाने वाले फिटनेस फ्रीक की या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी की, सप्लीमेंट्स आज एक आम चर्चा का विषय बन चुके हैं. कुछ लोग इन्हें परफॉर्मेंस बढ़ाने का रामबाण मानते हैं, तो वहीं कुछ इसे सिर्फ एक मार्केटिंग का खेल कहते हैं. लेकिन सच्चाई क्या है?
क्या प्रोटीन पाउडर, क्रिएटिन या मल्टीविटामिन जैसे सप्लीमेंट्स वास्तव में एथलीट्स को ज्यादा ताकत, स्टैमिना और बेहतर रिकवरी में मदद करते हैं? या ये सिर्फ एक प्लेसिबो इफेक्ट है? इस लेख में, हम एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर जानेंगे कि सप्लीमेंट्स का खेल जगत पर क्या असर पड़ता है और आपको इन्हें इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
AS-IT-IS Nutrition के को-फाउंडर हिम्मत जैन बताते हैं कि सप्लीमेंट्स एथलीट्स की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं, बशर्ते उनका सही तरीके से और जरूरत के अनुसार उपयोग किया जाए. एथलीट्स की डाइट में पोषण संबंधी जरूरतें काफी ज्यादा होती हैं और हर समय केवल भोजन के माध्यम से इन जरूरतों को पूरा करना संभव नहीं होता. यहीं पर सप्लीमेंट्स एक महत्वपूर्ण मददगार साबित होते हैं.
मसल्स रिकवरी और मसल्स बिल्डिंगहिम्मत जैन बताते हैं कि प्रोटीन सप्लीमेंट्स, जैसे कि व्हे प्रोटीन, मसल्स रिकवरी और मसल्स बिल्डिंग में मदद करते हैं. BCAA और क्रिएटिन जैसे सप्लीमेंट्स थकान कम करने और स्टैमिना बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके अलावा मल्टीविटामिन्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे सप्लीमेंट्स इम्यूनिटी और ओवरऑल हेल्थ को बनाए रखने में मदद करते हैं. हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि सप्लीमेंट्स का उपयोग केवल एक्सपर्ट्स की सलाह के अनुसार ही किया जाना चाहिए. किसी भी सप्लीमेंट का ज्यादा या गलत उपयोग हानिकारक हो सकता है. एथलीट्स को हमेशा भरोसेमंद और सर्टिफाइड ब्रांड्स के सप्लीमेंट्स का चुनाव करना चाहिए. सप्लीमेंट्स एथलीट्स के सफर में एक पार्टनल की तरह काम करते हैं, लेकिन सही डाइट और कड़ी मेहनत का ऑप्शन कभी नहीं हो सकते.
इसके साथ ही हिम्मत जैन ने बताया कि AS-IT-IS Nutrition ने ATOM प्रॉडक्ट्स की अपनी नई सीरिज के लिए अपना नया कैंपेन लॉन्च किया है, जिसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा शामिल हैं. यह कैंपेन, “लीजेंड्स पैदा नहीं होते, मेहनत से बनाए जाते हैं” की थीम पर आधारित है, जो महानता के मार्ग के रूप में अथक प्रयास और दृढ़ता का सेलिब्रेट करता है. इस कैंपेन का हिस्सा बनने के पर रविंद्र जडेजा ने कहा कि मेरा मानना है कि महानता निरंतर कड़ी मेहनत, अनुशासन और अपने सपनों को कभी न छोड़ने से आती है. मुझे इस कैंपेन का हिस्सा बनने पर गर्व है, जो सभी को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करता है.