Do not take any dietary supplements without recommendation of doctor it may leads many health complications | Supplements: डॉक्टर की सलाह के बिना गलती से भी ना लें कोई सप्लीमेंट्स, पड़ सकते हैं लेने के देने!

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Supplements without doctor’s recommendation: डाइट और पोषक सप्लीमेंट्स स्वास्थ्य प्रणाली की अमर प्रवृत्ति है. इंटरनेट खोज, विभिन्न सप्लीमेंट्स की उपलब्धता, अच्छी मार्केटिंग नौटंकी इन उत्पादों को खरीदने के लिए उकसाती है. लेकिन, इस हेल्थ ट्रेंड का अनहेल्दी पार्ट यह है कि बहुत से लोग इसे डॉक्टर की सलाह के बिना और इस गलत तरीके से लेते हैं. ऐसा करने से आपके शरीर में कई तरह के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
कुछ आम और लोकप्रिय पूरक जो सप्लीमेंट्स लोग बिना डॉक्टर के परामर्श के ले लेते है, वे हैं विटामिन डी, विटामिन बी 12, विटामिन बी 2 और बी 6 प्रोटीन सप्लीमेंट व मिनिरल्स (आयरन और कैल्शियम, प्रोबायोटिक्स और मछली का तेल). एक्सपर्ट के अनुसार,  अगर उचित परामर्श के बिना सप्लीमेंट्स की ज्यादा डोज ली जाती है तो पेट में दर्द, पेट में ऐंठन और जलन, पाचन संबंधी समस्याएं, अचानक वजन बढ़ना या वजन कम होना, उल्टी, वजन कम होना जैसी समस्या हो सकती है. इसके अलावा, लोगों में भूख, जी मिचलाना, दस्त, सूजन आदि की भावना देखी जाती है. कई हेल्थ रिपोर्ट और अध्ययनों से सप्लीमेंट्स के गलत सेवन से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों का पता चला है. अधिक मात्रा में विटामिन और मिनरल्स के सेवन के संभावित हानिकारक प्रभावों के प्रमाण हैं.
न्यूरोटॉक्सिटीपाइरिडोक्सिन (विटामिन बी 6) की 500 मिलीग्राम/डी से अधिक डोज न्यूरोटॉक्सिटी का कारण बन सकती है. विटामिन ई की 800-1200 मिलीग्राम/डी की खुराक एंटीप्लेटलेट क्रिया के कारण ब्लीडिंग का कारण बन सकती है और 1200 मिलीग्राम/डी से ऊपर की खुराक से दस्त, कमजोरी, धुंधलापन हो सकता है. मछली के तेल और ओमेगा -3 फैटी एसिड की खुराक 2000 मिलीग्राम/डी से अधिक एंटीकोगुलेशन खराब कर सकती है.
अधिक विटामिन-डी खराब कर सकती है किडनीकई लोगों को लगता है कि विटामिन डी की गोलियों का सेवन करने से कोई हानि नहीं होती है, लेकिन ऐसा नहीं है. विटामिन डी की अधिक मात्रा आपकी किडनी की कार्यप्रणाली को खराब कर सकती है. विटामिन डी की ज्यादा खुराक (100 नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर से अधिक) कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ा सकती है और मांसपेशियों में दर्द, मूड स्विंग, किडनी की पथरी और गंभीर पेट का कारण बन सकती है. यह दिल के दौरे के खतरे को भी बढ़ाता है.

सप्लीमेंट्स का सेवन बंद करने के क्या संकेत होते हैं?
एलर्जी और अस्थमा जैसी बीमारियों में अधिक समस्याएं होना
नींद की कमी और थकान का अनुभव होना
भूख एवं पाचन के संबंध में समस्याएं होना
त्वचा और बालों की समस्याएं उत्पन्न होना
अचानक बदलती मूड और अधिक तनाव का अनुभव होना
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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