सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : सनातन धर्म में दीपावली का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन लक्ष्मी और गणेश की पूजा का विधान है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 500 साल के बाद इस बार के दीपावली पर अद्भुत संयोग का निर्माण हो रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार 12 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी.
अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि लगभग 500 साल बाद दीपावली पर अद्भुत संयोग का निर्माण हो रहा है. जिसमें गजकेसरी योग, उभयचरी योग, हर्ष और दूर्धरा नाम के पांच राज योग का निर्माण हो रहा है. ऐसा योग धन, संपत्ति और प्रतिष्ठा के साथ सफलता और उभयचरी योग आर्थिक समृद्धि को बढ़ाता है.
दीपावली के दिन 8 शुभ संयोगदीपावली के दिन लक्ष्मी गणेश की पूजा का विधान है. प्रदोष काल में लक्ष्मी गणेश की पूजा करने से तमाम तरह की परेशानियां दूर होती हैं. मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है. प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन के लिए सर्वाधिक उपयुक्त समय माना जाता है. 12 नवंबर को प्रदोष कल शाम 5:28 से प्रारंभ होकर रात्रि 8 मिनट तक रहेगा.लक्ष्मी पूजा के समय पांच राजयोग के साथ-साथ आयुष्मान सौभाग्य और महालक्ष्मी योग भी बना रहे हैं.
इस शुभ मुहूर्त में होगी दिवाली पर लक्ष्मी पूजाइतना ही नहीं इस साल दीपावली को लेकर लोगों में कंफ्यूजन भी है की दो दिनों तक दीपावली का पर्व मनाया जाएगा. अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 2:44 से शुरू होगी और 13 नवंबर दोपहर 2:56 तक रहेगी. धार्मिक ग्रंथो के मुताबिक प्रदोष काल में सूर्यास्त के समय ही अमावस्या तिथि के दिन लक्ष्मी पूजन किया जाता है. ऐसी स्थिति में 12 नवंबर को ही दीपावली का पर्व मनाया जाएगा.
(नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के मुताबिक है न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता)
.Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : November 10, 2023, 21:06 IST
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