Pakistan News: आईसीसी चैंपियंस ट्राफी में पाकिस्तान के बाहर होने और उनकी हार का पोस्टमार्टम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. यहां हैरानी की बात ये कि अजीबोगरीब पोस्टमार्टम पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर हो रहा है. पड़ोसी देश की जनता पाकिस्तानी क्रिकेटर्स की खूब यानी जमकर मौज ले रही है. इसी सिलसिले में देसी दवाखाने में पाकिस्तान का शर्तिया इलाज होने की बात कही जा रही है. खासकर पूरी PAK क्रिकेट टीम के शर्तिया इलाज का दावा हो रहा है. स्टूडियो में आए मौलाना का मकसद था शिलाजीत खिलाना. अब ये शिलाजीत किसके लिए थी? ये बात जानकर आप चौंक जाएंगे.
स्टूडियो में क्रिकेट एक्सपर्ट बने मौलाना
पाकिस्तान के टीवी चैनल पर एक मौलाना की एंट्री हुई. जिसने चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान की शर्मनाक हार के 3 कारण बताएं. इन कारणों के बाद हकीम बने मौलाना ने जो इलाज बताया. उसे सुनकर बाबर आजम और रिजवान के कानों से खून बहने लगेगा. अब वो इलाज क्या था? खुद ही पढ़ लीजिए. पाकिस्तानी चैनल के स्टूडियो में पहुंचे मौलाना ने कुछ पढ़ते हुए कहा – ‘दाएं हाथ पर 11 बार पढ़कर दम करें’.
आगे वो बताने लगे, ‘पाकिस्तान में एक खास शिलाजीत जैसी नेमत है, मैं अपनी टीम के उन 16 खिलाड़ियों को दूंगा. आपके दाएं-बाएं लड़कियां होंगी, तो वही नतीजा देखने को मिलेगा, जो इस वक्त पाकिस्तान की अवाम के सामने है. इन सबको थोड़ा सा झाड़ फूक कराने की भी जरूरत है. पहाड़ से शुद्ध शिलाजीत मंगवाइये, खिलाड़ियों को लड़कियों से दूर भगाइये. मुमकिन हो तो कमरे में बंद करके चाबी ले आइए.’
पाकिस्तानी क्रिकेटरों के लिए शाही दवाखाना – शर्तिया इलाज का दावा
पाकिस्तानी टीवी चैनल के स्टूडियो और यू-ट्यूब चैनलों पर जबर कंटेट बह रहा है. मौलाना क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को शिफा दिलाने का दावा कर रहे हैं. वो कह रहे हैं कि यही वो बेशकीमती फॉर्मूला है, जिसे अगर अमल में लाया गया तो पाकिस्तान वर्ल्ड चैंपियन बन जाएगा.
आगे उन्होंने जो कुछ कहा उसे सुनने-सुनते आपके कानों से खून निकल जाएगा. मगर पाकिस्तान के इस मौलवी की बड़ी-बड़ी बातें खत्म नहीं होगी.
इस एपिसोड पर यू-ट्यूब चैनलों पर बहस हो रही है. यू-ट्यूबर्स के शो में पहुंची अवाम कह रही है. देखा आपने भारत के हाथों मिली हार का कितना गहरा सदमा लगा है, असर सीधे दिमाग पर हुआ है. तभी तो चैंपियंस ट्रॉफी गंवाने के बाद भी पाकिस्तान खुद को चैंपियन बताता फिर रहा है. पाकिस्तान क्यों हारा, कैसे हारा? ये बात भले ही पाकिस्तान के बड़े-बड़े क्रिकेट एक्सपर्ट अब तक ना समझ पाएं हों. मगर मौलवी साहब हार के कारणों की पूरी लिस्ट लेकर स्टूडियो पहुंचे और अपना दिव्य ज्ञान बांटने लगे.
इन तीन वजहों से हारा पाकिस्तान
पहला कारण- पाकिस्तान की टीम पर तंत्र-मंत्र हुआ.दूसरा कारण- पाकिस्तानी खिलाड़ी कॉन्फिडेंस गंवा बैठे.तीसरा कारण- अय्याशी के कारण टीम की परफॉर्मेंस खराब हुई.
मजे की बात ये की मौलवी साहब हर समस्या का समाधान तक लेकर आए. उन्होंने कहा, ‘मैं एडवाइजर बनना चाहता हूं. आप मुझे क्रिकेट टीम का एडवाइजर बनाएं, पहली बात तो ये है कि जितने भी खिलाड़ी हैं इनको खेल के तहज्जुद के नफाफिल के वक्त उठाकर कहा जाए कि चार-चार रकात आप पढ़ें। वो पढ़ेंगे तो फायदा होगा
या कवियो, या मतीनों या सलाम ये वजीफा पढ़ें और अपने दाएं हाथ पर 11 बार पढ़कर दम करें. अगर ये बोल्ड हो जाएं तो मैं मुफ्ती कभी जुम्मा नहीं पढ़ूंगा.
जुम्मा-जुम्मा चार दिन पहले पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम शहबाज़ शरीफ ने भी इसी तरह मुंह पर हाथ फेरा था. सरेआम भारत को शिक्सत देने का दावा किया था. खैर छोड़िए उनका मानसिक संतुलन कौन सा ठीक है. जो आपको कुछ कहा जाए, हम तो चैंपियन बनने का आपका दूसरा फॉर्मूला बताते हैं
पाकिस्तानी मौलवी अब्दुल कवि ने कहा, ‘मेरे पाकिस्तान के अंदर एक शिलाजीत जैसी नेमत है, पाकिस्तान में एक शिलाजीत जैसी नेमत है और बड़ी फेमस है. बिल्कुल है, भरा पड़ा है और मेरे पास तो दोस्तों ने जो राखी सावंत के निकाह के हवाले से भेजी है. उसके अंदर शिलाजीत भी है, उसके अंदर शहद भी है, उसके अंदर ड्राईफ्रूट्स भी है. वो सारा आपने खाना है. मैं अपनी टीम को उन 16 खिलाड़ियों को दूंगा. गिफ्ट दूंगा, बॉलर्स को भी बैट्समैनों को भी.
कौन हैं ये लोग….कहां से आते हैं ये लोग?
ये जानने के लिए जनाब ज़्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है. सिर्फ बॉर्डर पार का यू-ट्यूब यानी पूरा सोशल मीडिया कंटेट सर्च करना है. पाकिस्तान के हर गली-चौराहे, चौक-चौबारे पर ऐसे-ऐसे नमूने मिल जाएंगे, ना मिलें तो आप शहबाज शरीफ की तरह नाम बदल देना.
मौलवी साहब ने कहा, इमरान ख़ान साहब, चूंकि मैं उनकी मजहबी विंग का चीफ हूं. उन्होंने मुझे खुद बताया है कि 92 के अंदर मैं खुद जाकर के रात को 10-11 बजे कमरों को लॉक करके चाबी अपनी जेब में रख लेता था. आपने इसकी वजह से क्या जीता 92 का वर्ल्डकप. आगे मौलाना ने ये भी कहा, ‘मैंने जो बात बतानी है वो ये है कि जो शादीशुदा खिलाड़ी हैं. वो किसी के साथ रिलेशन ना बनाएं. लेकिन तो फिर उन्हें रखा कहां पर जाएवो तो मेहमान होंगे ना. अगर अपने मुल्क में हैं तो मेरा ख्याल है जहां पर अच्छे इलाके में मस्जिद हो, वरना अगर लाहौर में इन्हें खेलना है, तो इन्हें मस्जिद में सुलाया जाए. अगर इस्लामाबाद में है तो वहां की फैसल मस्जिद में सुला देते. पत्नियां होती हैं तभी तो बरकत नहीं आती है, इसलिए जो शादीशुदा हैं उनकी बेगमों को उनसे एक हफ्ते से पहले से अलग हो जाना चाहिए’.
मौलवी साहब को लगता है कि पाकिस्तानी खिलाड़ी जमकर अय्य़ाशी करते हैं. इसलिए क्रिकेट में परफार्मेंस नहीं दे पाते हैं. अब यहां पर मौलवी से काउंटर सवाल तो बनता है, ऐसे में टीवी एंकर ने भी किया कि भारतीय खिलाड़ी भी तो अपनी गर्लफ्रेंड या पत्नियों को लेकर टूर पर जाते हैं, फिर वो कैसे जीत जाते हैं? बस सवाल सुनते ही मौलवी मुफ्ती सकपका गए और उल-जुलून दलीलें देने लगे.
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के मौजूदा हालातों पर सभी चुटकी ले रहे हैं. कोई शिलाजीत खिलाने का फार्मूला बता रहा है तो कोई मस्जिद में ठहराने की दलील दे रहा है.
पाकिस्तानी खुद अपने खिलाड़ियों को नाकारा मान रहे हैं. सरेआम कह रहे, अय्याशी टीम को ले डूबी. पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काज़मी ने कहा, ‘कहा जा रहा है करोड़ों को ये कर्मिशियल ले लेते हैं. कहीं पर ये कोक पी रहे हैं तो कहीं ये पेप्सी पी रहे हैं. कहीं पर ये 7अप पी रहे हैं. कहीं पर ये कुछ और बेचते नज़र आते हैं. इन्होंने कर्मिशियल तो खूब ले लिया, मगर क्रिकेट पर उन्होंने टाइम नहीं दिया.
पाकिस्तान के चैनलों और यूट्यूब में आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी में हार का विश्लेषण। मौलाना करेंगे PAK टीम की हर कमजोरी का शर्तिया इलाज। pic.twitter.com/NES3fG4HWc
— Shwetank Ratnamber (@swwetanksr) March 4, 2025
बात तो सही है, सही ना होती तो क्यों एक मौलवी टीवी चैनल पर बैठकर पाकिस्तानी खिलाड़ियों को शिलाजीत खिलाने की सलाह देते और क्यों पाकिस्तानी खिलाड़ियों को रात 11 बजे के बाद कमरे में बंद करने का आइडिया दिया जाता. खैर किया भी क्या जा सकता है. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (ICC Champions Trophy 2025) से तो बोरिया बिस्तर बंध चुका है. फिलहाल पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को यह सलाह दी जाती है कि मौलवी साहब का इलाज छोड़िए क्रिकेट पर ध्यान दीजिए, शिलाजीत से कुछ नहीं होने वाला है. डायरेक्ट सिक्सर मारने की प्रैक्टिस कीजिए.
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