गोरखपुर : गोरखपुर स्थित गीता प्रेस ने अपनी नई वेबसाइट लॉन्च की है, जिससे अब पाठकों को अपनी पसंदीदा किताबें डिजिटल फॉर्मेट में पढ़ने का मौका मिलेगा. यह पहल गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष की तैयारी का हिस्सा है. जिसमें प्रेस ने अपने विशाल साहित्य को हर पाठक तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है. गीता प्रेस की इस नई वेबसाइट पर हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी सहित अन्य भाषाओं में उपलब्ध सभी किताबें ई-बुक फॉर्मेट में उपलब्ध होंगी. पाठक इन्हें अपनी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन पढ़ सकेंगे या डाउनलोड कर सकेंगे. यह कदम न केवल देश के पाठकों के लिए, बल्कि विदेशों में बसे भारतीयों के लिए भी बेहद उपयोगी साबित होगा, जो गीता प्रेस की किताबों तक तुरंत पहुंच बना सकेंगे.
गीता प्रेस 1923 से ही भारतीय संस्कृति, धर्म और समाज पर आधारित साहित्य का प्रकाशन कर रही है. इस प्रेस की पुस्तकों में भगवद गीता, रामचरितमानस, उपनिषद, और पुराण जैसे ग्रंथ शामिल हैं. इनके साथ ही, नैतिक शिक्षा, आध्यात्मिक ज्ञान और जीवन प्रबंधन से संबंधित पुस्तकों का भी बड़ा संग्रह है.
डिजिटल प्लेटफॉर्म का उद्देश्य गीता प्रेस का यह डिजिटल प्लेटफॉर्म विशेष रूप से युवा पीढ़ी और तकनीक प्रेमी पाठकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. अब गीता प्रेस की किताबें केवल पुस्तकालयों तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि स्मार्टफोन, टैबलेट और कंप्यूटर पर भी आसानी से पढ़ी जा सकेंगी. गीता प्रेस का यह कदम न केवल भारतीय साहित्य को डिजिटल युग में कदम रखने का अवसर देगा, बल्कि यह आधुनिकता और परंपरा का एक आदर्श उदाहरण भी बनेगा.
उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार नई वेबसाइट में पाठकों के लिए सर्च फीचर, श्रेणीबद्ध पुस्तक संग्रह, और आसान नेविगेशन जैसे आधुनिक फीचर्स जोड़े गए हैं. इसके जरिए पाठक अपनी पसंद की किताबों को खोजने और पढ़ने में आसानी महसूस करेंगे. गीता प्रेस 2026 में अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करेगा. इस अवसर पर डिजिटल माध्यम से अपने साहित्य को व्यापक स्तर पर प्रचारित करने का यह कदम, भारतीय संस्कृति और मूल्यों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास है.
Tags: Gorakhpur news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : December 28, 2024, 13:48 IST