Heat Stroke and Heat Exhaustion: गर्मी का कहर बढ़ता जा रहा है और इस मौसम में दो खतरनाक बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है. ये 2 बीमारियां गर्मी से जुड़ी हुई हैं, जिन्हें हीट स्ट्रोक और हीट एग्जॉशन के नाम से जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दोनों की पहचान कैसे की जाती है. आइए हीट स्ट्रोक और हीट एग्जॉशन के लक्षणों के बारे में जानते हैं.
Heat Exhaustion vs Heat Stroke: हीट एग्जॉशन और हीट स्ट्रोक के अंतरहीट एग्जॉशन और हीट स्ट्रोक का सबसे बड़ा अंतर यह होता है कि इसमें हीट स्ट्रोज ज्यादा जानलेवा होता है.इन दोनों स्थितियों के लक्षण और उनसे बचने का तरीका जानने के लिए हमने जेपी हॉस्पिटल के डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनल मेडिसिन की कंसल्टेंट Dr. Shovana Veshnavi से जानकारी ली.
Heat Exhaustion Symptoms: हीट एग्जॉशन क्या है और उसके लक्षणहीट एग्जॉशन और डिहाइड्रेशन एक साथ चलते हैं. डिहाइड्रेशन का मतलब होता है कि आपके शरीर में फ्लूइड या इलेक्ट्रोलाइट की कमी या असंतुलन हो गया है. लेकिन डिहाइड्रेशन के बाद भी जब आप सूरज की रोशनी या गर्मी के संपर्क में रहते हैं, तो हीट एग्जॉशन हो जाता है. जिसके लक्षण निम्नलिखित हैं. जैसे-
अधिक पसीना आना
पीलापन
मसल्स क्रैंप
थकावट
कमजोरी
चक्कर आना
सिरदर्द
जी मिचलाना
बेहोश होना, आदि
Heat Exhaustion Tips: हीट एग्जॉशन से बचने के टिप्स
हीट एग्जॉशन के लक्षण महसूस करने पर तुरंत ठंडा व नॉन-एल्कोहॉलिक ड्रिंक का सेवन करें.
आराम करें या ठंडे पानी से नहाएं.
ठंडे माहौल में रहें और ढीले व आरामदायक कपड़े पहनें.
अगर ठंडे माहौल या ढीले व आरामदायक कपड़े पहनने की सुविधा ना हो, तो लिक्विड लें और सिर व शरीर पर ठंडा पानी डालें.
वहीं, किसी चीज की छाया में बैठ जाए और किसी भी टाइट चीज को ढीला कर लें.
इन टिप्स को अपनाकर आप हीट एग्जॉशन को हीट स्ट्रोक बनने से रोक सकते हैं.
Heat Stroke Symptoms: हीट स्ट्रोक क्या है और उसके लक्षणजब आपके शरीर का तापमान कंट्रोल नहीं हो पाता है और शरीर पसीना बनाना बंद कर देता है, तो हीट स्ट्रोक होता है. इसके कारण किसी भी व्यक्ति की जान भी जा सकती है, इसलिए हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर की मदद लें. क्योंकि, हीट स्ट्रोक के कारण शरीर का अंदरुनी तापमान 103 डिग्री के आसपास पहुंच जाता है. हीट स्ट्रोक होने पर तुरंत ठंडी या छाया वाली जगह पर जाएं या ठंडे पानी से नहाएं. शरीर को ठंडा करने की कोशिश तबतक करें, जबतक कि शारीरिक तापमान 102 डिग्री से नीचे ना आ जाए. आइए हीट स्ट्रोक के लक्षण जानते हैं. जैसे-
अत्यधिक शारीरिक तापमान
गर्मी लगने के बाद भी पसीना ना आना
स्किन का लाल, गर्म व रूखा हो जाना
तेज नब्ज चलना
भयानक सिरदर्द
चक्कर आना
जी मिचलाना
असमंजस होना
बेहोश होना, आदि
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