गोंडा. डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे में ट्रेन के इंजन और इंजन के पीछे का लगेज कंपार्टमेंट पूरी तरीके से सेफ है और उसके ठीक पीछे जो पहला एसी कंपार्टमेंट है, वह पूरी तरीके से पलट गया. 6 जेसीबी मशीन रेस्क्यू वर्क कर रही हैं और पलटे हुए कंपार्टमेंट को पटरी से दूर कर रही हैं, ताकि पटरी पर आवागमन फिर से शुरू हो पाए. गिरे हुए एसी कंपार्टमेंट के बगल में दूसरा एसी कंपार्टमेंट है जो पटरी से उतरा हुआ है और आधा झुका हुआ है. इसके बाद का जो कंपार्टमेंट है वह भी पटरी से उतरा हुआ है.जहां पर हादसा हुआ है ठीक सामने गांव है. इसी गांव में सोनू नाम का शख्स रहता है. जैसे ही ट्रेन हादसा हुआ तो सोनू अपने दोस्तों के साथ स्पॉट पर पहुंचकर हर तरफ धूल ही धूल देखा. सोनू ने एसी कंपार्टमेंट के शीशे तोड़े और फिर लोगों को बाहर निकला. एसडीआरएफ के कमांडेंट सतीश कुमार से भी बातचीत की है जो बता रहे हैं कि तीन बार उन्होंने अपनी टीम के साथ पूरे ट्रेन को सर्च किया है, सभी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है.
गौरतलब है कि गुरुवार को चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के कई डब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में कई डब्बे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. ट्रेन के पटरी से उतरते ही चारों तरफ चीख-पुकार मच गई. इस घटना में कई यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं और चार लोगों की मौत हुई है. हादसे में घायल लोगों को नजदीक के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. ट्रेन हादसे के बाद अब रेलवे प्रशासन सभी एंगल से जांच में जुट गया है.FIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 23:25 IST