ऋषभ चौरसिया/लखनऊ: डायबिटीज एक गंभीर समस्या है जिसके चलते आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है. इस समस्या के समाधान के लिए केजीएमयू में डायबिटिक रेटिनोपैथी सेंटर की शुरुआत की जा रही है, जिसके लिए सरकार ने दो करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दे दी है. यह सेंटर डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन होगा जो उन्हें आंखों के नुकसान से बचाने में मदद करेगा.
डायबिटीज का खतरा आम लोगों में बढ़ता जा रहा है और इससे आंखों की सेहत पर भी असर पड़ रहा है. इस समस्या को चिकित्सा विज्ञान में “डायबिटिक रेटिनोपैथी” के नाम से जाना जाता है.केजीएमयू के नेत्र और मेडिसिन विभाग में डायबिटीज से पीड़ित लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है और उनको आंखों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. नजर कमजोर होना सबसे बड़ी समस्या बन गया है. इस समस्या का समाधान करने के लिए, केजीएमयू में डायबिटिक रेटिनोपैथी सेंटर खोला जाएगा. इस सेंटर के खुलने से डायबिटीज से पीड़ित लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी.
विशेष इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगीकुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि नेत्र रोग विभाग में मरीजों को कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी. डायबिटीज से पीड़ित लोगों को आंखों की समस्याओं के लिए विशेष इलाज मिलेगा. डायबिटिक रेटिनोपैथी से पीड़ित लोगों को आवश्यक इलाज के लिए भर्ती किया जाएगा और उनका विशेष इलाज किया जाएगा. इन मरीजों की विशेष इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी.
आंख के पिछले हिस्से (रेटिना) को नुकसान पहुंचताउन्होंने बताया कि सेंटर के लिए दो करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है, जिससे मरीजों को और बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी. मधुमेह की वजह से उच्च रक्त शर्करा के स्तर से डायबिटिक रेटिनोपैथी होती है, जिससे आंख के पिछले हिस्से (रेटिना) को नुकसान पहुंचता है. अगर उपचार नहीं किया जाता, तो यह अंधापन का कारण बन सकता है.
.Tags: Eyes, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : February 10, 2024, 13:12 IST
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