पीलीभीत: इन दिनों धान की कटाई के बाद उनकी खरीद का सीज़न चल रहा है. शासन से लेकर प्रशासन की ओर से दावा किया जाता है कि किसानों को अधिकतम समर्थन मूल्य का लाभ दिया जाता है. लेकिन निचले स्तर पर आकर यह दावा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है. बड़े पैमाने पर राइस मिलर्स के साथ साठगांठ कर खरीद का आंकड़ा बढ़ाया जाता है. पीलीभीत में भी ऐसे फर्जीवाड़े की आशंका के चलते किसान नेताओं ने मंडियों में डेरा जमाया है.दरअसल, पीलीभीत की पूरनपुर तहसील की एक बड़ी आबादी कृषि कार्यों पर निर्भर है. उपज और खरीद के लिहाज से देखें तो पूरनपुर एक अहम मंडी है. किसान नेताओं द्वारा आरोप लगाया जाता है कि मंडी में अधिकारियों और सेंटर प्रभारियों की राइस मिलर्स की मिलीभगत से केवल कागजी खरीद की जाती है. ऐसे में जिन किसानों के धान को समर्थन मूल्य मिलना चाहिए उनकी जगह राइस मिलर्स का पहले से स्टॉक किया धान ले लिया जाता है. इसी के पर्दाफाश के लिए एक किसान नेता ने अनोखा जुगाड़ लगाया है.किसान नेता बलजिंदर सिंह ने अपनी कार में ही सीसीटीवी कैमरा फिट कर लिया है. सीसीटीवी लगी इस कार को किसान नेता आशंकित धान खरीद केंद्रों के बाहर पार्क कर देता है. इससे या तो भय के चलते फर्जीवाड़ा नहीं हो पाता या फिर उसकी तस्वीरें कैमरे में कैद हो जाती है.मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे फुटेजकिसान नेता बलजिंदर का कहना है कि भ्रष्टाचार के चलते कई मेहनतकश किसान समर्थन मूल्य से वंचित रह जाते हैं. पीलीभीत की मंडियों में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. भ्रष्टाचारी सेंटर प्रभारियों की काली करतूतों के साक्ष्य एकत्र करने के लिए यह इंतजाम किए गए हैं. सारी फुटेज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष पेश की जाएगी.FIRST PUBLISHED : November 24, 2024, 22:12 IST